अनन्तपुरा थानाधिकारी भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि डोलर गांव निवासी लटूरलाल कहार ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है कि उसके तीन पुत्र व दो पुत्रियां हैं। पुत्र रामेश्वर (30) व राधेश्याम (28) पिछले 4 साल से अमीन पठान के फार्म हाउस की देखभाल कर रहे थे और प्रतिमाह तनख्वाह ले रहे थे। दोनों पुत्रों का परिवार फार्म हाउस पर ही रहता हैं।
पिछले दिनों अमीन का फार्म हाउस वन विभाग की टीम ने अवैध पाकर उसे तोड़ दिया। इस पर दोनों पुत्र परिवार के साथ वहां से पर वापस आने लगे, लेकिन फार्म हाउस पर रहने वाले अमीन पठान के बॉडीगार्ड कालू पठान व एक अन्य ने उसके दोनों पुत्र व उनके बच्चों को चारदीवारी से बाहर नहीं आने दिया।
पुत्रों व परिवार को अमीन पठान की गिरफ्तारी वाले दिन 17 मार्च से ही बंधक बना रखा है। बॉडीगार्ड कालू कहता है कि जब तक अमीन पठान जेल से बाहर नहीं आ जाते तब तक तुम लोग यहीं पर बंधक रहोगे। यहां आने वाले पुलिसवालों व कर्मचारियों के खिलाफ बलात्कार व छेड़छाड़ का झूठा मुकदमा दर्ज कराओ, तभी यहां से जा पाओगे।
लटूरलाल ने रिपोर्ट में बताया कि शुक्रवार को जब वह अपने पुत्रों से मिलने फार्म हाउस पर गया तो वहां पर बॉडीगार्ड कालू ने उसे भीतर नहीं जाने दिया। मेरे दोनों पुत्र अंदर से बचाओ-बचाओ विल्स्र रहे थे। मुझे वहां से धक्का देकर भगा दिया। लेकिन, अब मामला सामने आने के बाद पुलिस ने बंधक बनाए सभी लोगों को मुक्त करवा लिया है।