जानकारी के अनुसार, गत एक जुलाई को जिले के एक गांव की युवती को गांव के ही दो युवक बहाना बनाकर ले गए थे। आशंका होने पर युवती ने विरोध किया तो आरोपी उसे चाकू की नोक पर मध्यप्रदेश के श्योपुर क्षेत्र के एक गांव ले गए। जहां एक कमरे में करीब एक माह तक बंधक बनाकर उसके साथ दोनों आरोपी बलात्कार करते रहे। एक आरोपी ने उससे जबरन स्टाम्प पर शादी के लिए हस्ताक्षर भी करा लिए। मौका मिलने पर उसने परिजनों को सूचना दी। इसके बाद परिजनों ने पुलिस की मदद से युवती को आरोपियों के चंगुल से छुड़वाया।
परिजनों ने लगाया धमकाने का आरोप
पीडि़त युवती ने गत 7 अगस्त को मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने अपहरण व बलात्कार की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। जांच अधिकारी रहे अंता पुलिस उपाधीक्षक जिनेंद्र जैन ने बताया कि उनके कोरोना संक्रमित होने से जांच में विलम्ब हुआ।
पीडि़त युवती ने गत 7 अगस्त को मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने अपहरण व बलात्कार की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। जांच अधिकारी रहे अंता पुलिस उपाधीक्षक जिनेंद्र जैन ने बताया कि उनके कोरोना संक्रमित होने से जांच में विलम्ब हुआ।
पहले नहीं बताया, जांच अधिकारी बदला
पहले गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। युवती को दस्तयाब कर परिजनों को सौंप दिया था। तब उसने अपहरण व बलात्कार के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी। बाद में युवती व उसके परिजनों ने दो युवकों पर अपहरण व बलात्कार का आरोप लगाते हुए उन्हें फिर परिवाद दिया था। मामला दर्ज कर सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बयान भी करा दिए। दो दिन पहले पीडि़ता के परिवाद पर जांच बारां के पुलिस उपाधीक्षक महावीर शर्मा को सौंप दी है।
डॉ. रवि सबरवाल, जिला पुलिस अधीक्षक, बारां
पहले गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। युवती को दस्तयाब कर परिजनों को सौंप दिया था। तब उसने अपहरण व बलात्कार के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी। बाद में युवती व उसके परिजनों ने दो युवकों पर अपहरण व बलात्कार का आरोप लगाते हुए उन्हें फिर परिवाद दिया था। मामला दर्ज कर सीआरपीसी की धारा 164 के तहत बयान भी करा दिए। दो दिन पहले पीडि़ता के परिवाद पर जांच बारां के पुलिस उपाधीक्षक महावीर शर्मा को सौंप दी है।
डॉ. रवि सबरवाल, जिला पुलिस अधीक्षक, बारां