बेटे राकेश ने बताया कि पिता बाबूलाल दोपहर में नदी किनारे शौच करने के लिए गए थे। शौच करने के बाद में नदी किनारे बैठे थे। इस दौरान नदी से 10 से 12 फीट लंबा मगरमच्छ बाहर आया और हमला कर दिया। पिता के हाथ में कुल्हाड़ी थी। उन्होंने कुल्हाड़ी से मगरमच्छ के सिर पर वार कर दिया। जिससे उसकी पकड़ कमजोर हो गई। घर पहुंचकर उन्होंने सारी घटना बताई। घायल बुजुर्ग के बाएं हाथ में कोहनी से नीचे से दो से तीन फ्रेक्चर हैं। सिर पर भी टांके लगे हैं।