कॉलरी कर्मचारी देवदास ने पुलिस को बताया कि वह एसईसीएल चरचा में जनरल मजदूर के पद पर ईस्ट चरचा में कार्यरत हैं। एक साल पहले उसने आरोपी राजा मिश्रा से 30 हजार उधार लिया था। इसके एवज में हर माह नकद कभी 6 हजार तो कभी 10 हजार चुकाया करता था।अब तक कुल 1 लाख दे चुका हूं।
घटना तिथि 10 अक्टूबर 2022 को सुबह करीब 9 बजे वह अपने घर में था। इसी बीच आरोपी राजा मिश्रा मेरे घर हाथ में डण्डा लेकर आया और गाली देकर बोला कि मेरा पैसा ब्याज सहित आज वापस कर दो, वरना तुमको जान से मारकर खत्म कर दूंगा। उसी समय मेरी पत्नी मेरा चेक बुक आलमारी से निकाल कर लाई।
फिर मैं अपनी जान बचाने के डर से ब्लैंक चेक में हस्ताक्षर कर दे दिया। उसी दिन राजा मिश्रा मेरे खाते से 25 हजार अपने खाता में ट्रांसफर करा लिया। बावजूद मुझसे पैसा मांगता है। हाल में 2 सितंबर को एरियर तथा पेमेंट मिलाकर 1 लाख 92 हजार मेरे खाते में जमा हुआ था।
फिर आरोपी राजा मिश्रा 7 सितंबर को मेरे घर के सामने गाली-गलौज कर बोला कि मेरा पैसा ब्याज सहित पैसा वापस कर दो, वरना जमीन में गाड़ दूंगा। उस समय मेरी पत्नी व बेटी घर में थी।
आरोपी की धमकी से वह और उसके परिवार वाले भयभीत हैं। इस संबंध में एसपी टी. बंसल ने बताया कि आरोपी के खिलाफ धारा 294, 506, 386, 452, 4 कर्जा एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया। मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
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आरोपी के खिलाफ पहले से दर्ज हैं 9 आपराधिक प्रकरण
मामले में थाना चरचा एवं सायबर सेल की संयुक्त टीम तैयार कर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। आरोपी थाना चरचा का गुण्डा बदमाश है।
आरोपी के खिलाफ पहले भी कर्जा वसूलने सहित अलग-अलग के मामले में अपराध पंजीबद्ध है। कार्रवाई में ट्रेनी डीएसपी रविकांत सहारे,अब्दुल मुनाफ, हीरा लाल कुजूर, सत्येन्द्र तिवारी, राजेश कुमार, बाल मुकुंद पैकरा व उषा सिंह शामिल थे।
इधर ब्याज में किराना सामान देकर 4 लाख वसूले
इधर चरचा थाना में दूसरा प्रकरण दर्ज है। इसमें कॉलरी कर्मचारी को डरा-धमका कर उधार में किराना सामान देकर ब्याज सहित 4 लाख वसूलने के मामले में अपराध पंजीबद्ध किया गया है। चरचा निवासी कॉलरी कर्मचारी शिवकुमार वारे ने बताया कि आरोपी मनोज जैन से उधार में किराना सामान लिया था।
इसका उधार एवं ब्याज राशि 4 लाख वसूला गया है। दिसंबर 2019 में रायगढ़ से चरचा कॉलरी स्थानांतरण हुआ था। कुछ महीने बाद मेरे पास चरचा निवासी आरोपी मनोज जैन आया था। उसने कहा कि कोई भी किराना सामान, कपड़ा, कुर्सी कुछ भी चाहिए तो मेरे पास से ले जाना। पेमेंट मिलने के बाद पैसा देना।
इसके बाद उसने आरोपी मनोज जैन से सामान लेना शुरू किया, लेकिन हमेशा जितना रुपए का सामान ले जाता था, उसे बढ़ाकर पैसा लेता था। बोलने पर कहता था कि उधार का पैसा में ब्याज बढ़ता है। पैसा तो तुझे देना पड़ेगा। आज तक उसके उधार को छूट नहीं पाया हूं।
जबकि 4 लाख से ज्यादा का पैसा दे चुका हूं। हाल में बोनस के रूप में 2 लाख मिला था, जिसकी आरोपी को जानकारी मिली और मेरी मर्जी के बिना जबरदस्ती सेंट्रल बैंक लेकर गया। फिर सेंट्रल बैंक मैनजर से मिलकर 83 हजार जबरदस्ती नकद निकाल लिया था।