छात्रावास में रहकर अध्ययन कर रहे छात्रों का कहना था कि सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग से उन्होंने छात्रावास अधीक्षक की लिखित शिकायत की थी। लेकिन किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई। मामले को लेकर बुधवार की सुबह करीब 9 बजे सभी छात्र 9Students protest) ओडग़ी नाका स्थित डीईओ कार्यालय के सामने पहुंचे और बीच सडक़ पर बैठकर चक्काजाम कर दिया।
चक्काजाम के दौरान वे छात्रावास अधीक्षक को हटाने नारेबाजी (Students protest) करते रहे। इस दौरान नेशनल हाइवे के दोनों ओर दोपहिया-चारपहिया वाहनों की लंबी लाइन लग गई। इससे आवागमन करीब 1 घंटे तक बंद रहा।
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Students protest: समझाइश देने पहुंचे डीईओ व नायब तहसीलदार
हॉस्टल के छात्रों द्वारा चक्काजाम (Students protest) की खबर मिलते ही डीईओ व नायब तहसीलदार मौके पर पहुंचे और उन्होंने छात्रों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने उनकी एक नहीं सुनी। उनका कहना था कि 1-1 हजार रुपए नहीं देने पर हमें छात्रावास से निकालने की धमकी अधीक्षक द्वारा दी जा रही है। इसके बाद दोनों अधिकारी लौट गए।
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सहायक आयुक्त के आश्वासन पर समाप्त हुआ चक्काजाम
इसके बाद सहायक आयुक्त आदिवासी विकास ऊषा लकड़ा मौके पर पहुंची। उन्हें देखकर छात्र नारेबाजी (Students protest) करने लगे। उन्होंने सहायक आयुक्त से पूछा कि शिकायत के बाद भी हमारी बातें क्यों नहीं सुनी गईं। जबकि अधीक्षक पैसे नहीं देने पर छात्रावास से निकालने की धमकी दे रहे हैं। उन्होंने जब छात्रावास अधीक्षक को हटाने का आश्वासन दिया तो छात्रों ने विरोध प्रदर्शन समाप्त कर दिया। इधर सहायक आयुक्त का कहना है कि उनके पास कोई भी शिकायत करने नहीं आया है।