एमसीबी जिले के खडग़वां थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम धनपुर बैगापारा निवासी प्रार्थी लाल साय ने 9 मार्च को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें उसने बताया था कि उसकी मौसी सुमरिया 8 मार्च की शाम 5 बजे घर से कहीं निकली थी, इसके बाद उसका शव 9 मार्च को घर के पीछे तालाब में मिला है।
मामले की सूचना के बाद मर्ग कायम कर शव को तालाब से बाहर निकाला गया और विवेचना शुरू की गई। इस दौरान पाया गया कि मृतका की हत्या कर चेहरा, सिर, गला को गमछा में बांध कर पत्थर बांधा गया था।
दोनों पैर को भी गमछे से बांधा गया था। पीएम रिपोर्ट पर डाक्टर ने मृतका की मौत को होमोसाईडल (हत्या) बताया। मामले में धारा 302, 201, 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया। सीएसपी चिरमिरी दीपिका मिंज के नेतृत्व में थाना प्रभारी आरएन गुप्ता ने टीम बनाकर संदेहियों से पूछताछ की।
लाल साय ने पुलिस को बताया कि वह मृतका का सौतेला बेटा है। मृतका सुमरिया बाई 70 वर्ष की बुजुर्ग महिला थी। एक बार वह गिर गई थी, इस कारण वह डंडे के सहारे चलती थी। उसके इलाज में पैसे खर्च होते थे, इस बात को लेकर उससे आए दिन विवाद होता था। वह घटना तिथि 8 मार्च को अपने भतीजे नईहर के साथ शराब पीकर घर जा रहा था।
उसी समय लाल साय की सौतेली मां सुमरिया रास्ते में गिरी पड़ी थी। वह उठाने के लिए आवाज दे रही थी। यह देख लालसाय ने उससे कहा कि बार-बार गिरती रहती हो। फिर उसने अपने भतीजे नईहर के साथ मिलकर अपनी टोपी से नाक-मुंह को दबाया, इस दौरान नईहर ने उसका पैर पकड़ रखा था।
नाक-मुंह दबाने से सुमरिया की मौत हो गई। वारदात के बाद मृतका को उठाकर घर के पीछे तालाब के पास ले गए और मृतका के शॉल व गमछा को चेहरा, गले व सिर में बांधकर गमछा में पत्थर बांधा गया। उसके बाद दोनों पैर को मृतका के गमछे से ही बांधकर साक्ष्य छिपाने के लिए तालाब में लगभग 15 फीट गहरे पानी में फंेक दिया गया।
प्रार्थी ही निकला हत्या का आरोपी
मामले में गवाहों के समक्ष पुलिस ने मृतका का डंडा, हत्या में प्रयुक्त टोपी को पुलिस ने बरामद कर लिया। मामले में पुलिस ने आरोपी लाल साय पिता बनई (60) व उसके भतीजे नईहर पिता सोमार साय (35) निवासी धनपुर बैगापारा खडगवां को गिरफ्तार कर रिमाण्ड पर भेजा गया।
कार्रवाई में एएसआई सुखलाल खलखो, रविन्द्र कुर्रेे, रमेश पांण्डेय, रवि शर्मा, दिनेश साहू, विनोद सिंह, रामकिशन सिंह, विनय श्याम व प्रमोद साहू शामिल रहे।