एमसीबी सीएमएचओ डॉ. सुरेश तिवारी ने जिलेभर के 98 क्लीनिक, पैथोलैब, डायनोसिस सेंटर, नर्सिंग होम को नोटिस जारी किया है। इसमें उल्लेख है कि एमसीबी जिले के नर्सिंग होम एक्ट में किसी भी प्राइवेट मेडिकल प्रतिष्ठान का पंजीयन नहीं हुआ है और न ही किसी ने पंजीयन के लिए आवेदन दिया है।
मामले में नर्सिंग होम एक्ट एमसीबी में 1 महीने के भीतर पंजीयन कराएं। एमसीबी जिले के नर्सिंग होम एक्ट के ऑनलाइन पोर्टल में पंजीयन कर लाइसेंस लेने के बाद संचालन करें। अन्यथा नर्सिंग होम एक्ट के तहत सीलबंद करने की कार्रवाई की जाएगी।
इन संस्थानों के दस्तावेज ही नहीं
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मनेंद्रगढ़ ब्लॉक में कई मेडिकल संस्थान हैं, जिनके पास कोई दस्तावेज ही नहीं हैं। इसमें रवि क्लीनिक खोंगापानी, विश्वास क्लीनिक बरबसपुर, शंकर डेंटल क्लीनिक मनेंद्रगढ़, पैथोलॉजी सर्विस मनेंद्रगढ़, पंकज ब्लड कलेक्शन खोंगापानी, मिश्रा पैथोलैब खोंगापानी, कोणार्क ब्लड एंड हिस्टोसाइटो कलेक्शन सेंटर खोंगापानी, बंगाली क्लीनिक सेमरा नागपुर, महामाया क्लीनिक केल्हारी शामिल हैं।
खडग़वां व जनकपुर ब्लॉक में भगवान भरोसे संचालित
खडग़वां व जनकपुर ब्लॉक में बिना लाइसेंस पिछले 10 साल से अधिक समय से कई मेडिकल प्रतिष्ठान संचालित हैं। बावजूद स्वास्थ्य विभाग गहरी नींद में सोता रहा है। मदन डेंटल क्लीनिक हल्दीबाड़ी, दास ब्लड कलेक्शन सेंटर डोमनहिल, पटेल पैथोलैब दुबछोला, नेहा पैथोलेब गोदरीपारा, चांदसी क्लीनिक खडग़वां, अग्रवाल क्लीनिक हल्दीबाड़ी, सेंट जोसफ सेवालय जनकपुर के दस्तावेज नहीं हैं। वहीं शिव शंकर सोनोग्राफी सेंटर जनकपुर अप्रैल 2022, तुलसी अमृत मेटरनिटी होम चिरमिरी जनवरी 2023, सोहा होमियो कलीनिक हल्दीबाड़ी मई 2014, जीवन ज्योति क्लीनिक जनकपुर 2014, एनसीपीएच कॉलरी हॉस्पिटल 2020, विश्वास क्लीनिक डोमनहिल मई 2014 को लाइसेंस एक्सपायर हुआ है। बावजूद मेडिकल प्रतिष्ठानें बेधडक़ चलती रहीं। मनेद्रगढ़, जनकपुर व खडग़वां विकासखंड में गठित ब्लॉक स्तरीय टीम जांच करने नहीं निकलती है।