मनेंद्रगढ़ के मौहारपारा वार्ड क्रमांक 6 निवासी ऑटो चालक नारायण पतवार शुक्रवार की दोपहर लगभग 3 बजे ऑटो से सामान छोडऩे राजनगर गए थे। मनेंद्रगढ़ लौटते समय विपरीत दिशा में आ रही बाइक चालक को बचाने के चक्कर में उनकी ऑटो पेड़ से जा टकराई। हादसे में वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
उन्हें सीएचसी लाया गया था। इस दौरान स्टाफ ने शाम करीब 4 बजे प्राथमिक उपचार किया। बताया जा रहा है कि मरीज के पसली, सिर व कमर में गंभीर चोटें थीं। पसली में गहरी चोट को लेकर परिजनों मरीज का एक्स-रे भी कराया। रिपोर्ट देखकर डॉ. अर्चना कुम्हारे ने मरीज की गंभीर अवस्था की सीएमएचओ को जानकारी दी।
इधर परिजन बार-बार प्रभारी सीएमएचओ डॉ सुरेश तिवारी को फोन कर बुला रहे थे। इसी बीच घायल नारायण की मौत हो गई। यह देख परिजन सहित शहरवासी आक्रोशित हो गए। इससे अस्पताल परिसर में गहमा-गहमी की स्थिति निर्मित हो गई। सीएमएचओ करीब साढ़े पांच घंटे बाद रात 9.30 बजे अस्पताल पहुंचे।
सीएमएचओ को देखते ही मृतक के परिजन व शहरवासी भडक़ गए और उन्होंने अस्पताल से लेकर बीच सडक़ तक सीएमएचओ की पिटाई की। इस दौरान सीएमएचओ दौडक़र कोतवाली थाना पहुंच गए। आक्रोशित शहरवासी भी पीछे-पीछे थाने पहुंच गए और वहां जमकर नारेबाजी व हंगामा किया। आधी रात तक थाने का घेराव कर बैठ गए।
अस्पताल से स्टाफ फरार, पुलिस ने थाने का गेट किया बंद
सीएमएचओ की पिटाई की खबर सुनकर सारे स्टाफ अस्पताल से भाग गए थे। पुलिस ने मामला बढ़ता देख थाने के मुख्य द्वार को ताला बंद कर दिया। मौके पर संयुक्त कलक्टर अभिलाषा पैकरा, खडग़वां एसडीएम बिरेंद्र सिंह, एएसपी निमेश बरैया दल-बल के साथ वहां पहुंचे।
आम जनता के आक्रोश को देख सीएमएचओ को रातभर थाने में ही रहना पड़ गया। इस दौरान मृतक के परिजन व शहरवासी सीएमएचओ के खिलाफ कार्यवाही होने तक शव को नहीं ले जाने बात पर अड़ गए थे। मामले में अगले दिन शनिवार को सुरक्षा बल के बीच शव को आमाखेरवा मुक्तिधाम में पीएम कराने के बाद परिवार को सौंपा गया।
संयुक्त कलक्टर-एसडीएम जांच करने अस्पताल पहुंचे
शनिवार को संयुक्त कलक्टर अभिलाषा पैकरा, खडग़वां एसडीएम बिरेंद्र सिंह की टीम जांच करने अस्पताल पहुंची। इस दौरान डॉक्टर्स-नर्सिंग स्टाफ का बयान लिया गया। इस दौरान सुबह से दोपहर तक गहमा-गहमी की स्थिति बनी रही। ऐसी चर्चा चलती रही कि पीएम होने के बाद शव को अस्पताल के सामने रखकर दोबारा प्रदर्शन किया जाएगा।
हालांकि सोशल मीडिया में दिनभर सीएमएचओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठती रही। मामले में जांच टीम का कहना है कि रिपोर्ट तैयार कर कलक्टर के माध्यम से राज्य सरकार को भेजी जाएगी। वहीं संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सरगुजा के नेतृत्व में टीम जांच टीम बनाई गई है।
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स्वास्थ्य मंत्री नाराज, सीएमएचओ को निलंबित करने दिए आदेश
सीएचसी में लापरवाही उजागर होने के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मामले को गंभीरता से लिया है। मृतक के परिजनों से दो बार मोबाइल से बातचीत की।
मामले में कांग्रेस नेता रमेश सिंह, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष राजेश शर्मा, पार्षद मोहम्मद हुसैन, अजय जायसवाल, जमील शाह, मोहम्मद इमरान की मौजूदगी में परिजनों को स्वास्थ्य मंत्री ने कार्यवाही करने निर्देश दिए। साथ ही एसडीएम बिजेंद्र ने लिखित में कार्रवाही करने का आश्वासन दिया, इसके बाद मामला शांत हुआ। फिलहाल मामले में किसी भी डॉक्टर पर निलंबन से संबंधित कार्रवाई नहीं हुई है।