केल्हारी थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत केंवटी के आश्रित ग्राम भालूडांड़ निवासी सुष्मिता खलखो (21) अंबिकापुर में नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी। 24 अक्टूबर को अंबिकापुर जाने के नाम पर वह घर से निकली थी। उसके पिता ने उसे बस में बैठाकर भेजा था। लेकिन वह अंबिकापुर नहीं पहुंची थी।
इसके बाद परिजन उसकी खोजबीन में जुट गए। करीब चार दिन तक युवती की कोई खोज-खबर नहीं मिली तो पिता ने केल्हारी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट कराई थी। विवेचना के दौरान युवती के गांव के ही युवक रोहित बेक (23) के गायब होने की जानकारी मिली। संदेह के आधार पर युवक की खोजबीन शुरू की गई।
महीनेभर बाद युवक को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने युवती की हत्या कर अमृतधारा जंगल में शव फेंकना स्वीकार कर लिया। आरोपी के निशानदेही पर युवती के शव को बरामद कर लिया गया। आरोपी के खिलाफ धारा 201, 302 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जेल भेज दिया गया।
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ऐसे दिया वारदात को अंजाम
आरोपी रोहित ने पुलिस को बताया कि मृतका सुष्मिता के साथ उसका प्रेम संबंध चल रहा था। इस दौरान युवती किसी दूसरे युवक से प्रेम करने लगी थी। फिर दोनों के बीच ब्रेकअप हो गया। इससे रोहित नाराज था और सुष्मिता की हत्या की साजिश रची थी। उसने बताया कि वारदात के दिन सुष्मिता बस से अंबिकापुर जा रही थी।
इस दौरान बीच रास्ते से उसको बस से उतार लिया और अपनी स्कूटी में बैठाकर अमृतधारा जंगल ले गया था। यहां युवती के गले में नेल कटर अड़ाकर धमकाया। भयभीत युवती घटना स्थल से अपनी जान बचाकर भागने लगी।
इसी बीच रोहित ने पीछे से बड़े पत्थर से सिर पर प्रहार कर दिया। युवती के गिरने के बाद पत्थर से सिर को कुचल दिया और मौत होने के बाद शव को नीचे झाडिय़ों में फेंककर अपने घर चला गया था। उसने अपना मोबाइल घर पर ही छोड़ दिया था और भाग निकला था।
शव का धड़, बाल, सिर, जबड़ा था अलग-अलग
मृतका के पिता जेरोम खलखो को केल्हारी पुलिस के माध्यम से सूचना मिली कि अमृतधारा में अज्ञात शव बरामद हुआ है। इसके बाद वह पड़ोसियों के साथ अमृतधारा जंगल पहुंचा।
यहां उसने कपड़े एवं जूते को देखकर अपनी बेटी सुष्मिता के रूप में उसकी पहचान की। घटना स्थल पर शव का धड़ एक जगह और बाल, सिर, जबड़ा अलग-अलग पड़े थे। पीएम रिपोर्ट में खोपडी में चोट के निशान पाए गए थे।