एमसीबी जिले के वनांचल ब्लॉक भरतपुर के ग्राम लरकोड़ा निवासी भइयालाल सिंह के घर में बीते शुक्रवार को बरहों कार्यक्रम हुआ। इसमें रिश्तेदार सहित आस-पड़ोस के ग्रामीणों ने भोजन किया था। उसी रात ग्रामीण भइयालाल की अचानक तबियत बिगड़ी और उल्टी-दस्त होने लगी।
इसके बाद परिजनों ने तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जनकपुर भर्ती कराया। ग्रामीण की नाजुक हालत को देखकर अस्पताल के डॉक्टर्स ने मेडिकल कॉलेज शहडोल रेफर कर दिया। जहां ग्रामीण भइयालाल (50) की मौत हो गई। साथ ही मृतक के पुत्र तिलकराज (30) को उल्टी-दस्त होने पर शहडोल इलाज कराने भर्ती कराया गया।
स्वास्थ्य में सुधार होने पर जनकपुर छुट्टी कराकर लौट गए थे। लेकिन दोबारा उल्टी-दस्त होने के बाद उसे फिर मेडिकल कॉलेज शहडोल ले गए। जहां से जबलपुर मेडिकल कॉलेज रेफर करने के बाद रास्ते में कटनी के पास मौत हो गई। इससे गांव में मातम पसरा हुआ है।
मृतक के परिवार से महिला सहित 4 लोग भर्ती
बताया जा रहा है कि मृतक के परिवार की एक महिला सहित 4 ग्रामीणों को उल्टी-दस्त की शिकायत पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जनकपुर में भर्ती कराया गया है। फिलहाल महिला की हालत में सुधार हुआ है।
बताया जा रहा है कि मृतक के परिवार की एक महिला सहित 4 ग्रामीणों को उल्टी-दस्त की शिकायत पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जनकपुर में भर्ती कराया गया है। फिलहाल महिला की हालत में सुधार हुआ है।
साथ ही लरकोड़ा पटेलपारा के 4 ग्रामीण राजकली सिंह, रामदास सिंह, सुनीता सिंह, निर्मल सिंह को अस्पताल में भर्ती कर विशेष निगरानी में रखा गया है। इसमें एक ग्रामीण की हालत गंभीर और 3 ग्रामीण की हालत में सुधार होने की बात कही जा रही है।
कैंप लगाकर चल रही जांच, जायजा लेने पहुंचे सीएमएचओ
मेडिकल टीम उल्टी-दस्त की शिकायत मिलने के बाद मंगलवार से गांव में कैंप लगाकर जांच में जुटी है। सीएचसी की टीम भी गांव में जांच करने पहुंची।
गांव में नाजुक हालत को देखकर ग्रामीणों को अस्पताल भेज दिया गया। अब उन्हें अस्पताल में भर्ती कर इलाज कर रहे हैं। सीएचसी डॉ एस दास ने बताया कि गंभीर हालत में 2 ग्रामीणों को शहडोल रेफर किए थे, जिनकी मौत हो चुकी है। साथ ही बुधवार को एमसीबी सीएमएचओ प्रभावित गांव सहित वनांचल क्षेत्र का दौरा करने पहुंचे।