जेल स्टाफ ने यह देखा तो प्रबंधन को सूचना दी। इस घटना से जेल में हड़कंप मच गया। पुलिस द्वारा बंदी का शव पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कोरिया जिले के चिरमिरी थाना क्षेत्र अंतर्गत वार्ड क्रमांक-17 मोहन कॉलोनी हल्दीबाड़ी निवासी पुन्नी बाई 50 वर्ष अपने 2 बेटे-बहुओं व नाती के साथ रहती थी। इसी बीच 13 मई को उसकी हत्या की बात कॉलोनी में फैल गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तो पुन्नी बाई की क्षत-विक्षत लाश कमरे में पड़ी थी।
पुलिस ने पूछताछ शुरु की तो मृतिका के छोटे बेटे के पुत्र तुषार ने बताया कि बड़े पापा रामकुमार ने बसुले (लकड़ी काटने का औजार) से दादी को मार डाला है। जब पुलिस ने आरोपी रामकुमार से पूछताछ की तो उसने मां की हत्या की बात स्वीकार कर ली थी।
इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर धारा 302 के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था जहां से उसे मनेंद्रगढ़ उपजेल भेजा गया था। यहां 20 दिन बाद ही उसने उपजेल के शौचालय में गुरुवार की सुबह गमछे के सहारे फांसी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पागल-पागल कहने से रहता था नाराज
आरोपी से जब पुलिस ने मां की हत्या (Mother brutal murder) करने का कारण पूछा था तो उसने बताया था कि मां द्वारा उसे बार-बार पागल-पागल कहकर पुकारा जाता था। इससे आवेश में आकर उसने उसकी हत्या (Murder) कर दी।
आरोपी से जब पुलिस ने मां की हत्या (Mother brutal murder) करने का कारण पूछा था तो उसने बताया था कि मां द्वारा उसे बार-बार पागल-पागल कहकर पुकारा जाता था। इससे आवेश में आकर उसने उसकी हत्या (Murder) कर दी।
खाना बंटने के दौरान लगाई फांसी
सुबह 8 बजे बंदियों को खाना बांटा जा रहा था। इसी दौरान रामकुमार बैरक नंबर 5 के पीछे बने शौचालय में गया और फांसी लगा ली। जैसे ही मुझे जानकारी मिली, मैंने उच्च अधिकारियों को सूचना दी। युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त था, इसी कारण उसने मां की हत्या भी की थी।
सीके शुक्ला, प्रभारी उपजेल मनेंद्रगढ़
सुबह 8 बजे बंदियों को खाना बांटा जा रहा था। इसी दौरान रामकुमार बैरक नंबर 5 के पीछे बने शौचालय में गया और फांसी लगा ली। जैसे ही मुझे जानकारी मिली, मैंने उच्च अधिकारियों को सूचना दी। युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त था, इसी कारण उसने मां की हत्या भी की थी।
सीके शुक्ला, प्रभारी उपजेल मनेंद्रगढ़