गुरु घासीदास नेशनल पार्क में टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट भी प्रस्तावित है। यहां आए दिन बाघों की आमदरफ्त होती रहती है। इसी बीच शुक्रवार की दोपहर उद्यान क्षेत्र के भरतपुर व सोनहत सीमा क्षेत्र से लगे देवशील कटवार के पास नदी के किनारे रेत में बाघ का शव मिलने से हडक़ंप मच गया है।
सोहनत क्षेत्र के ग्रामीणों ने बाघ का शव देख इसकी सूचना तत्काल वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही राष्ट्रीय उद्यान के अधिकारी-कर्मचारी विशेषज्ञों व डॉक्टरों की टीम के मौके पर पहुंच चुके हैं। बाघ की मौत कैसे हुई है, इसका पता फिलहाल नहीं चल सका है। मौके से बाघ को लाने की तैयारी चल रही है।
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