कोरबा

विवेकानंद उद्यान: यहां मनोरंजन के कम और चोटिल होने की गारंटी Óयादा

कोरबा. नगर निगम का एक मात्र ऐसा उद्यान जहां प्रवेश से लेकर अलग-अलग झूलों के लिए शुल्क लिया जा रहा हैं, लेकिन व्यवस्था पूरी तरह से बेपटरी हो चुकी है। बगैर शुल्क वाले उद्यानों की तरह अब विवेकानंद उद्यान की स्थिति बनती जा रही है।

कोरबाApr 22, 2022 / 11:53 am

AKASH SHRIVASTAV

सुबह की रौनक गायब तो शाम की उधमबाजी भी नहीं

सीएसईबी चौक स्थित विवेकानंद उद्यान में ब”ाों के लिए लगाए गए झूले Óयादातर टूट चुके हैं। यहां ब’चों के मनोरंजन के कम और चोटिल होने की गारंटी Óयादा है। फिसलपट्टी में अगर कोई ब’चा झुले तो नीचे गिरने की आशंका बनी रहती है। लोहे के झुले जगह-जगह से टूटे हुए और जंग लगे हुए हैं। पांच साल पहले नगर निगम ने इस उद्यान को पूरी तरह से रिनोवेट किया था। नए झुलों के साथ कई नई तकनीक पर मनोरंजन के साधन उपलब्ध कराए गए थे। गर्मी में लोग ब’चों के साथ उद्यान पहुंच रहे हैं तो अव्यवस्था देखकर नाराज हो रहे हैं।
डांसिंग कार हुए कबाड़
छोटे ब’चों के लिए लगाए गए डांसिंग कार पूरी तरह से कबाड़ हो चुके हैं। कई साल से नए डांसिंग कार की खरीदी नहीं की गई है। इससे निगम को भी घाटा हो रहा है तो वहीं कोरोनाकाल के बाद लोग अब जब डांसिंग कार का लुत्फ उठाने आ रहे हैं तो निराश होकर लौट रहे हैं।
वेव पूल 20 दिन बाद भी शुरु नहीं
नगर निगम ने दावा किया था कि एक अप्रैल से हर हाल में वेव पूल की शुरुआत कर दी जाएगी, लेकिन 20 दिन बाद भी इसे निगम शुरु नहीं कर पाया है। गर्मी में लोगों को एक बेहतर मनोरंजन का साधन निगम उपलब्ध नहीं करा पा रहा है।

टाय ट्रेन चल रहा, एक मात्र मनोरंजन का साधन
वर्तमान में विवेकानंद उद्यान में एक मात्र मनोरंजन का साधन टाय ट्रेन ही चालू स्थिति में है। जिसका हर वर्ग के लोग लुत्फ उठा सकते हैं।

दो साल से पार्क बंद, अब चालू तो स्थिति बदहाल
दो साल से पार्क पूरी तरह से बंद थे। सालाना मेंटनेंस के नाम पर निगम द्वारा लाखों खर्च किया जाता है। उसके बाद भी गार्डन की ये स्थिति है। दो साल तक बंद रहने के बाद उद्यान की स्थिति पहले से बेहतर होनी थी, लेकिन अधिकारियों ने इसमें खानापूर्ति बरती गई।

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