तेज गर्मी के कारण सब्जियों में फूल कम हो गए हैं और फल नहीं निकल रहे हैं। इस कारण स्थानीय स्तर पर उत्पादित होने वाली सब्जियों की आवक बाजार में कम हो गई है। बाहर से सब्जियां आ रही है और इस खेल में बिचौलिए हावी हैं। जिन सब्जियों के भाव में सबसे अधिक बढ़ोत्तरी हुई है उसमें टमाटर सबसे अधिक है। सोमवार को मुड़ापार के साप्ताहिक बाजार में टमाटर 80 रुपए प्रति किलो भाव पर बिका। एक दिन पहले टमाटर 100 रुपए प्रति किलो के भाव से बिका था।
Vegetable Price Hike: यदि सब्जी लेने जा रहे है तो पैसे ज्यादा रख लें, भिंडी हो या टमाटर सबके भाव 80 पार
टमाटर के भाव बढ़ने से थाली से टमाटर की चटनी गायब हो गई है। कल तक जिन सब्जियों में टमाटर का इस्तेमाल अधिक होता था अब एक से दो टमाटर ही डाले जा रहे हैं। टमाटर के साथ-साथ आलू और प्याज ने भी बजट को बिगाड़ दिया है। आलू 35 रुपए किलो के भाव से बिक रहा है तो एक किलो प्याज के लिए 40 रुपए तक खर्च करने पड़ रहे हैं।
सब्जियों का राजा कहे जाने वाला आलू धीरे-धीरे गरीबों की थाली से गायब हो रहा है। आलू के साथ-साथ अन्य हरी सब्जियों पर भी महंगाई की मार है। मुनगा, गंवारसेमी, गोभी, पत्तागोभी, करेला, कुंदरू, बरबट्टी, लौकी जैसी सब्जियों पर भी महंगाई की मार है।
500 रुपए में भी नहीं भर रहा झोला
हरी सब्जियों के दाम इतने अधिक बढ़ रहे हैं कि पांच रुपए में भी एक झोला सब्जी नहीं आ रही है। आलू और प्याज के साथ-साथ टमाटर, भिंडी, लौकी और मुनगा लेने में ही पैसे खर्च हो जा रहे हैं। बाजार से मनपसंद सब्जियों को खरीदने और झोला भरने के लिए 700 से 800 रुपए तक लग जा रहे हैं।
Vegetable Price Hike: अरहर दाल 180 रुपए प्रति किलो
बाजार में हरी सब्जियों के साथ-साथ दाल भी महंगा हो गया है। लोकसभा चुनाव से पहले ही दाल के भाव में प्रतिकिलो 20 रुपए तक की बढ़ोत्तरी हुई थी। वर्तमान में अरहर का दाल जो 160 रुपए बिक रहा था वह 180 रुपए प्रतिकिलो पहुंच गया है। 140 रुपए प्रतिकिलो बिकने वाला दाल 160 रुपए में मिल रहा है। मूंग के दाल में भी बढ़ोत्तरी हुई है।
Vegetable Price Hike: गोभी, मुनगा, करेला 100 के पार… मार्केट में सब्जियों का ताजा रेट जानकार उड़ जाएंगे होश
चुनाव से पहले राजनीतिक दलों ने व्यापारियों पर दबाव डालकर चंदा वसूला इस कारण से व्यापारियों ने दाल के दाम प्रतिकिलो 20 रुपए बढ़ा दिया है। अब चंदे की भरपाई अब ग्राहकों से कर रहे हैं। कोरबा में दाल के साथ-साथ गेहूं और चावल के दाम में भी बढ़ोत्तरी हुई है। 3400 रुपए प्रति क्विंटल से नीचे अच्छा गेहूं नहीं मिल रहा है।