गठबंधन के बाद दोनो पार्टियों का पहला बड़ा सम्मेलन में बिलासपुर में 13 अक्टूबर को होने जा रहा है। जिसमें बसपी की सुप्रीमों में मायावती के साथ ही जनता कांग्रेस के सुप्रीमो में अजीत जोगी शामिल होंगे। इसी की तैयारी के लिए टीपी नगर स्थित जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के पार्टी कार्यालय में सम्मेलन का आयोजन किया गया था।
जिसमें आयोजन में जिले की क्या भूमिका रहेगी। कितने लोग शामिल होंगे इस विषय पर चर्चा की गई। सम्मेलन में बसपा के प्रदेश प्रभारी भीम राजभर के साथ प्रदेश महासचिव गोपाल ऋशीकर भारती, जिलाध्यक्ष फूलचंद सोनवानी, डॉ जयपाल सहित जकांछ के लोकसभा प्रभारी ज्ञानेश उपाध्याय, प्रत्याशी रामसिंह अग्रवाल, दीप नारायण सोनी, मनीराम जांगड़े व पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे।
Read more : जन एजेंडा 2018-23 : महिलाओं ने बिजली, स्वास्थ्य व शिक्षा को मुद्दे में किया शामिल, इस समस्याओं पर दिया जोर
कार्यकर्ताओं को किया रिचार्ज
सम्मेलन को दोनो ही पार्टी के वक्ताओं ने बारी-बारी से संबोधित किया। सभी ने कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करने का भरसक प्रयास किया। 13 को होने वाले सम्मेलन में अधिक से अधिक लोगों के शामिल होने की अपील के साथ ही बताया गया कि छत्तीसगढ़ ेमें इसके क्या मायने होंगे। जिले की चारों सीटें जीतने के दावे के साथ ही रणनीति पर भी विचार किया गया। प्रदेश में 70 सीटें जीतन का लक्ष्य गठबंधन के बाद नेताओं ने तय किया है।