सोमवार को महिला का अंतिम संस्कार उसके गृहग्राम में किया गया। शुक्रवार को एक सिरफिरे व्यक्ति ने महिला पर हंसिया से लगभग 20 बार वार किया था। खून से लथपथ महिला को जिला अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद ट्रामा सेंटर रेफर किया गया था। यहां से शनिवार को सिम्स भेजा गया था। हत्या की कोशिश के आरोप में पुलिस ने आरोपी इन्द्रपाल टोंडे को गिरफ्तार किया था। इस बीच इलाज के दौरान रविवार सुबह लगभग आठ बजे सिम्स बिलासपुर में महिला की मौत हो गई थी।
यह भी पढ़ें
युवक ने महिला पर किया था हंसिया से ताबड़तोड़ वार, सिम्स में इलाज के दौरान महिला ने तोड़ा दमपुलिस ने आरोपी के खिलाफ जांच तेज कर दी है। सोमवार को पुलिस ने आरोपी पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या) का केस दर्ज कर लिया। खून से लथपथ महिला को इन्द्रपाल की चंगुल से बचाने की कोशिश करने वाले एक व्यक्ति नरेन्द्र को पुलिस ने घटना का प्रत्यक्षदर्शी गवाह बनाया है। नरेन्द्र दूध बांटने का काम करता है। घटना के दिन बस्ती में दूध देने पहुंचा था। उसकी नजर महिला पर वार कर रहे इन्द्रपाल पर पड़ी थी। उसने हौसला दिखाते हुए इन्द्रपाल को रोकने की कोशिश की थी। तब तक महिला खून से लथपथ हो गई थी। नरेन्द्र ने पुलिस को दिए बयान में घटना का पूरा विवरण दिया है। पुलिस ने जिला अस्पताल में कार्यपालिक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में खून से लथपथ महिला का बयान दर्ज किया था। इसकी वीडियो रिकार्डिंग कराई थी। इसमें महिला ने इन्द्रपाल पर हंसिया से हमला का आरोप लगाया था। पुलिस ने केस डायरी के साथ महिला की मृत्यु पूर्व कथन और गवाह के बयान को जोड़ दिया है। घटना स्थल से सबूत भी एकत्र किया है।
पुलिस ने बताया है कि दो साल से इन्द्रपाल का महिला के घर आना-जाना था। लगभग दो माह पहले इन्द्रपाल ने स्नान करते हुए महिला की एक वीडियो बनाकर वायरल किया था। इसकी रिपोर्ट महिला ने थाने में की थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर अक्टूबर के पहले हफ्ते में जेल भेज दिया था। लगभग एक माह बाद इन्द्रपाल जेल से रिहा हुआ था। शुक्रवार को महिला के घर पहुंचा था। विवाद होने पर हंसिया से चेहरे पर हमला किया था।