घटना सोमवार दोपहर 2 बजे की बताई जा रही है। गोपालपुर स्थित केंद्रीय विद्यालय में छुट्टी के बाद बच्चे ऑटो पर बैठकर घर जा रहे थे। बच्चे स्कूल से निकले ही थे कि गोपालपुर के पास चालक का ऑटो से नियंत्रण हट गया, ऑटो पलट गई। घटना स्थल पर अफरा-तफरी मच गई। ऑटो में सवार विद्यार्थी इधर-उधर फेंका गए। जान बचाने के लिए विद्यार्थी जोर-जोर से चिल्लाने लगे। रास्ते से गुजर रहे लोगों द्वारा घायल विद्यार्थियों को एनटीपीसी के विभागीय अस्पताल पहुंचाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद बच्चों को कोरबा मेडिकल कॉलेज भेजा गया।
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इधर घटना की जानकारी मिलते ही बच्चों के माता-पिता घटना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने अपने बच्चे के संबंध में हाल-चाल जाना। इधर बच्चों के अभिभावक ने एनटीपीसी के डॉक्टरों पर इलाज नहीं करने का आरोप लगाया। कहा कि अस्पताल में संसाधन के बावजूद ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर और स्टाफ ने घायल बच्चों का उपचार करने के बजाय प्राथमिक उपचार देकर उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया।केंद्रीय विद्यालय के पास बसें नहीं
गौरतलब है कि कोरबा जिले में तीन केंद्रीय विद्यालय संचालित हैं। कुसमुंडा, एनटीपीसी के आवासीय कालोनी और गोपालपुर में केंद्रीय विद्यालय का संचालन किया जा रहा है। लेकिन केंद्रीय विद्यालय प्रबंधन खुद की बसें नहीं चलाता है। इससे विद्यार्थियों को अपने साधन से आना-जाना पड़ता है। एनटीपीसी जमनीपाली और गोपालपुर में पढ़ाई-लिखाई के लिए कोरबा और विद्यालय के आसपास स्थित क्षेत्रों से बड़ी संख्या में बच्चे आना-जाना करते हैं। अधिकतर बच्चे ऑटो या अन्य चारपहिया गाड़ियों की सवारी करते हैं। कुछ निजी बसें भी चलती हैं लेकिन सुरक्षा के मानकों पर ये गाड़ियां ठीक नहीं हैं। बावजूद अभिभावक के पास विकल्प नहीं होने के कारण अपने बच्चों को इन गाड़ियों में भेजते हैं।