यह घटना सोमवार दोपहर लगभग डेढ़ बजे की बताई जा रही है। शहर के राताखार मैग्जिनभाठा में रहने वाली महिला सुषमा मानिकपुरी (40), भांजी सिमरन (10) और भांजा प्रतीक (8) को लेकर घर के पास स्थित हसदेव बांयी तट नहर में स्नान करने गई थी। बुआ नहर किनारे बैठकर कपड़ा धो रही थी। इसी दौरान दोनों बच्चे पानी में उतरकर खेल रहे थे। अचानक उनका संतुलन बिगड़ गया और दोनों नहर की तेज धारा में बहने लगे। यह देखकर बुआ घबरा गई और उसने दोनों बच्चों को बचाने के लिए नहर में छलांग लगा दी।
महिला का शव बरामद
तीनों को बहता देख पास में स्नान करने गए युवकों ने भी उन्हें बचाने का प्रयास किया। जब तक युवक दोनों बच्चे और महिला को पकड़ते तीनों नहर की धारा में बह गए। काफी खोजबीन के बाद पास में स्नान कर रहे युवकों ने महिला को पानी से बाहर निकाला, तब तक उसकी सांसें थम गई थी। जबकि घटना के कई घंटे गुजर जाने के बाद भी सिमरन और प्रतीक के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची आौर हादसे के संबंध में जानकारी प्राप्त किया।
नहर में पानी का प्रवाह था तेज
खरीफ फसल के लिए
हसदेव नदी पर स्थित दर्री बरॉज से हसदेव दांयी तट और बांयी तट नहर में पानी छोड़ा जा रहा है। नहर में पानी लबालब है और बहाव काफी तेज है। जिससे यह हादसा हुआ।