झुंड का सामना ग्रामीणों से होता है और उनके बीच टकराव की स्थिति बनती है।
हाथी खुद के बचाव में लोगों को मार देते हैं। वन विभाग ने लोगों से कहा है कि शाम के समय झुंड के दिखने पर करीब जाने से बचें।
विभाग के एक अफसर ने बताया कि अक्सर यह देखा जाता है कि शाम के समय कई लोग शराब के नशे में हाथियों करीब पहुंच जाते हैं। इन लोगों को समझाने की कोशिश जब भी वन विभाग की ओर से की जाती है तब लोग आक्रोशित होकर वन विभाग के कर्मचारियों को ही भला-बुरा कहने लगते हैं। इस स्थिति में वन विभाग के कर्मचारी खुद को असहज महसूस करते हैं। विभाग के कर्मचारियों की सलाह को अनदेखी कर लोग झुंड के करीब पहुंच जाते हैं इस स्थिति में हमेशा अनहोनी की आशंका बनी रहती है।
कई वीडियो हो चुके है वायरल
हाल ही में, कटघोरा वन मंडल के पसान वन क्षेत्र स्थित तनेरा तालाब के पास लगभग तीन दर्जन हाथियों को विचरण करते और जल क्रीड़ा करते हुए एक वीडियो
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस वीडियो में हाथियों की गतिविधियों को देखकर यह स्पष्ट होता है कि कोरबा के जंगलों में वन्य जीवन अत्यंत समृद्ध है। हाथियों का यह सहज व्यवहार न केवल वन्यजीव प्रेमियों को आकर्षित कर रहा है, बल्कि यह क्षेत्र की जैव विविधता को भी दर्शाता है।
वन विभाग ने बढ़ाई निगरानी, सुरक्षा पर जोर
हाथियों की सक्रियता को देखते हुए, वन विभाग ने इन गजराजों पर नजर रखने के लिए विशेष टीम का गठन किया है। विभाग के अधिकारियों ने किसानों और ग्रामीणों से सलाह दी है कि वे हाथियों के साथ छेड़छाड़ न करें और न ही उनके पास जाने का प्रयास करें। ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां हाथियों का आना-जाना सामान्य है, वहां सुरक्षा की दृष्टि से सतर्कता बरतने की आवश्यकता पर बल दिया गया है।