कटघोरा उपजेल में ठगी के आरोप में शंकरलाल रजक बंद है। शंकरलाल को जेल में वीआईपी सुविधा देने के बदले जेल के प्रहरी डीएस परिहार रिश्वत की मांग कर रहा था। इसकी शिकायत शंकरलाल रजक की पत्नी रोहिणी रजक ने एंटीक्रप्शन ब्यूरो में की थी। इस पर कार्रवाई करने बुधवार को एसीबी की टीम कटघोरा पहुंची।
टीम ने रोहिणी रजक को भी बुलाया। स्टेट बैंक कटघोरा के पास से रोहिणी रजक ने उपजेल कटघोरा के प्रहरी डीएस परिहार को रिश्वत की राशि लेने के लिए बुलाया। परिहार बाइक से स्टेट बैंक के पास पहुंचा। रोहिणी रजक ने 10 हजार रुपए परिहार के हाथों में थमाया। सिपाही परिहार ने जैसे ही रुपए को हाथ में लिया, एसीबी की टीम ने परिहार को रंगे हाथ पकड़ लिया।
मौके पर ही परिहार के हाथों की केमिकल से सफाई कराई गई। केमिकल को एसीबी की टीम ने बतौर सबूत जब्त कर लिया। परिहार को पकड़कर एसीबी की टीम अपने साथ ले गई। कटघोरा के एक रेस्ट हाउस में परिहार से पूछताछ की गई। उसके खिलाफ टीम ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है।
परिहार के पकड़े जाने की पुष्टि एसीबी के डीएसपी ने की है। डीएसपी ने बताया कि रोहिणी रजक से दो लाख रुपए की मांग परिहार द्वारा की जा रही थी। जेल में बंद शंकरलाल रजक को वीआईपी सुविधा देने के बदले परिहार 50 हजार रुपए पर राजी हुआ था। इसकी पहली किश्त लेने के लिए बुधवार को स्टेट बैंक कटघोरा के पास पहुंचा था। रोहिणी रजक जिला पंचायत के सदस्य हैं।