पुलिस का कहना है कि (Korba Crime News) इस मामले में कई अन्य सटोरियों के शामिल होने की संभावना है। इसकी जांच के लिए पुलिस की टीम लगी हुई है। कुछ संदेहियों को पकड़ने के लिए कोरबा पुलिस की अलग-अलग टीम दूसरे राज्यों में भेजी गई है।
CG Crime News: प्रारंभिक जांच के आधार पर पुलिस ने बताया कि अभी मामले की छानबीन चल रही है इसलिए यह बता पाना मुश्किल है कि इस गिरोह को कितने सदस्य चला रहे थे और वे कहां के रहने वाले हैं। लेकिन पुलिस का दावा है कि महादेव एप की आईडी एम-100 और एम-151 को कोरबा के डीडीएम रोड में रहने वाला सटोरिया प्रदीप विधवानी चला रहा था।
इसके लिए प्रतीक ने गोवा जयराम नगर उनिया संडेस बिल्डिंग के पास एक अपार्टमेंट के पास लैट नंबर सी-406 को भाड़े पर लिया था। यहां बैठकर प्रतीक का गिरोह छत्तीसगढ़ सहित देश के अलग-अलग राज्यों में सट्टा खेलवा रहा था। मामले में पुलिस ने प्रतीक के अलावा उसके सात सहयोगियों को गिरतार किया है जो छत्तीसगढ़ के अलावा हरियाणा, महाराष्ट्र के रहने वाले हैं।