ग्रामीणों की मांग थी कि प्रशासन अपना वादा पूरा करे और सर्वमंगला चौक पर रेल फाटक के पास बीच सड़क पर खंभा गाड़े ताकि कोयला परिवहन करने वाली गाड़ियां सर्वमंगला मंदिर नहर मार्ग होकर कनबेरी-उरगा की तरफ नहीं जा सके। ग्रामीणों की मांग पर पुलिस की उपस्थिति में प्रशासन की ओर से यहां खंभा गाड़ा जा रहा था। इसी बीच कोल ट्रांसपोर्टर पहुंच गए। उन्होंने प्रशासन के इस कदम का विरोध किया। प्रशासन के साथ ट्रांसपोर्टरों की बातचीत चल ही रही थी कि ग्रामीण भी सर्वमंगला चौक पर पहुंच गए। पुलिस की उपस्थिति में ही दोनों के बीच खंभा गाड़ने और नहीं गाड़ने को लेकर तीखी बहस हुई। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। पुलिस की मौजूदगी में ही दोनों पक्षों ने एक-दूसरे की पिटाई शुरू कर दी। यह देखकर कुसमुंडा थानेदार रूपक शर्मा ने अपनी टीम के साथ बीच-बचाव किया। दोनों पक्षों को खींचकर हटाया।
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पुलिस के तेवर देखकर दोनों पक्ष शांत हो गए। ग्रामीण सर्वमंगला रेल फाटक के दूसरी ओर खड़ी हो गए जबकि कोल ट्रांसपोर्टरों ने यह कहते हुए गाड़ी सर्वमंगला पुल के पास खड़ी कर दी कि सड़क पर खंभा लगाया जाना उन्हें बर्दाश्त नहीं है। दोनों पक्षों के बीच घंटे भर से अधिक समय तक खंभा गाड़ने और नहीं गाड़ने को लेकर विवाद चलता रहा, तब पुलिस कोल ट्रांसपोर्टरों को लेकर सर्वमंगला चौकी गई। काफी समझाईश के बाद ट्रांसपोर्टर अपनी गाड़ियों को सड़क से हटाने के लिए तैयार हुए। इसमें दो घंटे से अधिक का समय लगा। तब तक सर्वमंगला चौक से लेकर बरमपुर और इमलीछापर तक गाड़ियों की लंबी लाइन लग गई। इससे सड़क एक साइड से जाम हो गया। वन-वे पर ही दोनों साइड से गाड़ियां आने-जाने लगी। इससे वन-वे भी जाम हो गया। काफी कोशिश के बाद चारपहिया गाड़ियां धीरे-धीरे आगे की ओर निकल रही थी। जाम में फंसने से दोपहिया वाहन चालकों को भी परेशानी हुई। कानून व्यवस्था बनाने जूझती रही पुलिस चुनाव के लिए आचार संहिता लागू है। पूरे जिले में धारा 144 प्रभावशील है। इसके बाद भी सोमवार को पुलिस दिन भर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जूझती रहे। देर शाम तक अफसर सर्वमंगला चौकी में मौजूद थे।
दोनों पक्षों के बीच तनाव जारी सर्वमंगला चौक पर खंभा गाड़ने और नहीं गाड़ने को लेकर दोनों पक्षों में गतिरोध बना हुआ है। हालांकि पुलिस इसे संभालने की कोशिश कर रही है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने पिछले हफ्ते आंदोलन किया था। इस मार्ग पर कोयला लोड वाहनों का परिचालन बंद करने की मांग की थी, तब प्रशासन और एसईसीएल प्रबंधन ने उनकी मांगों को स्वीकार किया था और खंभा गाड़ने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन अभी तक खंभा नहीं गाड़ा गया है, इसी को लेकर ग्रामीण नाराज हैं।
मृतक की नहीं हो सकी पहचान सड़क हादसे में मारे गए युवक के शव को मर्च्यूरी में रखवाया गया है। उसकी पहचान नहीं हो सकी है। बताया जाता है कि युवक सीजी-16सीक्यू-2277 बाइक पर सवार होकर जा रहा था। इस बीच सोनपुर पुल के पास तेज रफ्तार झारखंड पासिंग की कार जेएच-01सीई-4252 के चालक ने लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाते हुए बाइक को ठोकर मार दिया। युवक मौके पर ही मौत हो गई।