कोरबा

CG News: 200 एमएल पानी बोतल बेचने के रोक पर कोरबा दिखा बेअसर, हो रहा धड़ल्ले से इस्तेमाल

CG News: कोरबा जिले में पर्यावरण को हो रहे नुकसान को देखते हुए 200 एमएल वाली पानी की बोतल को बेचने पर रोक है, मगर कोरबा में यह रोक बेअसर साबित हो रहा है।

कोरबाSep 22, 2024 / 12:13 pm

Shradha Jaiswal

CG News: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में पर्यावरण को हो रहे नुकसान को देखते हुए 200 एमएल वाली पानी की बोतल को बेचने पर रोक है, मगर कोरबा में यह रोक बेअसर साबित हो रहा है। शादी पार्टी, जन्मदिन या आयोजित होने वाले अन्य कार्यक्रमों में 200 एमएल पानी की बोतल को खूब इस्तेमाल हो रहा है। इसे लेकर अभी तक कार्रवाई शुरू नहीं हुई है।
CG News: 200 एमएल पानी वाली बोतल की बिक्री पर रोक अगस्त 2021 को केंद्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी की थी। इसके तहत शादी घर, टेंट हाउस, वैवाहिक कार्यक्रम या अन्य सार्वजनिक स्थल पर किए जाने वाले आयोजनों में 200 एमएल पानी की बोतल के इस्तेमाल पर रोक लगाई गई थी। इसके बाद कोरबा नगर निगम क्षेत्र में भी इस अधिसूचना का हवाला देकर नगर निगम की ओर से दिशा निर्देश जारी किया गया था। साल गुजर गए मगर अधिसूचना के बाद इस पर कार्रवाई शुरू नहीं हुई। स्थिति यह है कि यह रोक कोरबा में बेअसर साबित हुई है।
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CG News: पानी व्यवसाय से जुड़े कारोबारी दे रहे ज्यादा ऑर्डर

शादी पार्टी या अन्य कार्यक्रमों में सबसे ज्यादा 200 एमएल पानी की बोतल का इस्तेमाल होता है। एक व्यक्ति एक से ज्यादा बोतल का इस्तेमाल करता है। कई बार एक ही व्यक्ति तीन-चार बोतल पानी पी जाता है। इससे कार्यक्रम स्थल पर बोतल की ढेर लग जाती है। इसकी सफाई से जुड़े कर्मी भी बोतल (Water Bottle) को उठाकर आसपास के क्षेत्राें में फेंक देते हैं। कई बार निगम के कचरा कलेक्शन सेंटर तक भी ये बोतलें पहुंचतीं हैं। इसका सबसे बड़ा कार्यक्रम शादी, पार्टी या अन्य कार्यक्रमों में इस आकार के बोतल की मांग है। पानी व्यवसाय से जुड़े कारोबारी धड़ल्ले से 200 एमएल पानी की बोतलें मंगाते हैं और कार्यक्रमों में इसकी आपूर्ति करते हैं। इस कारण दिन-प्रतिदिन इस आकार के बोतलबंद पानी की मांग बढ़ती जा रही है।

सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल भी बढ़ा

Water Bottle: पूर्व में नगर निगम की ओर से सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर भी रोक लगाई गई है। 0.5 माइक्रान प्लास्टिक के निर्माण और इसके निर्माण और आयात पर रोक लगा हुआ है। बावजूद इसके सिंगल यूज प्लास्टिक का चलन बाजार में कम नहीं हुआ है। किराना दुकान हो या सब्जी बेचने वाले कारोबारी। मछली, चिकन और मटन की दुकान में भी प्रतिबंधित प्लास्टिक का रोजाना बड़ी मात्रा में इस्तेमाल किया जा रहा है। कई माह से कार्रवाई नहीं हो रही है।
Water Bottle: 200 एमएल पानी बोतल के इस्तेमाल का सबसे बड़ा कारण लोगों में जागरूकता की कमी का होना है। हालांकि यह भी सही है कि इस आकार के बोतल में पानी का इस्तेमाल पढ़ा-लिखा संपन्न वर्ग ही अधिक कर रहा है। इसके पीछे एक और कारण पानी बनाने वाली फैक्ट्रियों में इसके निर्माण पर रोक का नहीं लगना है। रोक नहीं होने के कारण फैक्ट्रियों से 200 पानी की बोतल सील पैक होकर बाजार में पहुंचती है और लोग अपनी जरूरत के अनुसार खरीदकर इसका इस्तेमाल करते हैं।
Water Bottle: नगर निगम इसे लेकर एक जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है ताकि लोगों को जागरूक कर प्रतिबंधित पानी बॉटल के इस्तेमाल को रोका जा सके। नगर निगम को समय-समय पर पानी के कारोबार से जुड़े व्यापारियों के साथ बैठक करने की भी आवश्यकता है।

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