रौशनी के पर्व दीपावली की शुरुआत 10 नवंबर को धनतेरस से होने जा रही है। 5 दिन विशेष योग-संयोग होने से मां लक्ष्मी का पूजन सुख-समृद्धि के साथ भाग्य में वृद्धि करेगा। यह भी पढ़ें: शराब व चखना के लिए पैसे नहीं दिए तो पत्नी के सामने पति को मारा चाकू, गिरफ्तार
10 नवंबर: धनतेरस योग : प्रीति योग फल : खरीदी फलदायक होगी इस दिन पांच दिवसीय दीपदान की शुरुआत होगी। मान्यता अनुसार इस दिन नई वस्तु खरीदने से समृद्धि आएगी। अज्ञात भय की निवृत्ति और यम के दंड से बचने के लिए 5 दिन पर्यंत दीपक लगाने से अज्ञात भय की निवृत्ति होगी व दीर्घायु होगी।
11 नवंबर : धन्वंतरि जयंती योग : आयुष्मान योग फल : आयु की वृद्धि इस दिन भगवान धनवंतरि का पूजन किया जाएगा। शहर में डॉक्टर्स और आमजन भगवान धन्वंतरी का पूजन करेंगे। धनतेरस गोधुली बेला में मनाई जाती है इसलिए 10 नवंबर को धनतेरस मनाई जाएगी। त्रयोदशी 11 नवंबर को समाप्त होगी वहीं चर्तुदशी तिथि शुरू होगी जो अगले दिन 12 नवंबर तक रहेगी।
12 नवंबर : रूप चौदस, दीपावली योग : सौभाग्य योग फल : भाग्य वृद्धि ब्रह्म मुहूर्त में रूप चौदस मनाई जाएगी। इस दिन पितरों को दीपदान किया जाता है। सायंकाल प्रदोष काल में शाम 5:45 के बाद दीपावली पर लक्ष्मीजी का पूजन होगा। अमावस्या 12 नवंबर को दोपहर 2.45 बजे पर शुरू होगी। प्रदोष काल में अमावस्या होने से दीपावली का पूजन 12 नवंबर को होगा।
13 नवंबर : सोमवती अमावस्या अमावस्या का काल खंड 13 नवंबर दोपहर 2.30 बजे तक रहेगा, इस दृष्टि से सोमवती अमावस्या का स्नान रहेगा। 14 नवंबर : अन्नकूट योग :शोभन योग
फल : धन्य, धान्य की प्राप्ति इस दिन मंदिरों, आश्रमों में अन्नकूट महोत्सव का आयोजन होगा। छोटे अपने बड़ों से आशीर्वाद लेंगे। 15 नवंबर : भाई दूज योग : सुकर्मा योग
फल : भाई-बहनों की दीर्घायु शुभ कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को यम द्वितीया यानी भाई दूज मनाई जाएगी। कायस्थ समाज द्वारा भगवान चित्रगुप्त की पूजा की जाएगी। यह भी पढ़ें: CG Crime News: चौकीदारों पर चोरों ने किया हमला, पुलिस में शिकायत
मार्केट सजकर तैयार, व्यापारियों ने की तैयारी त्योहार को देखते हुए व्यापारियों में खासा उत्साह है। हर सेक्टर में जबरदस्त उछाल की उम्मीद है। अभी से तैयारियां पूरी कर ली गई है। हर वेरायटी के स्टॉक रखे गए हैं। एक से बढ़कर एक ऑफर दिए जा रहे हैं।