यह भी पढ़ें: CG Election 2023: पहली बार किया मतदान, कहा-हमने निभाया अपना फर्ज कटघोरा वनमंडल के अलग-अलग झुंड में 63 हाथी विचरण कर रहे हैं। वन विभाग के मुताबिक 43 हाथियों के झुंड में 20 दिन पहले ही बेबी ऐलीफेंट का जन्म हुआ था। झुंड के बीच में ही बेबी ऐलीफेंट चल रहा था। बताया जा रहा है कि मंगलवार की दोपहर ग्रामीणों की नजर हसदेव नदी के किनारे एक बेबी ऐलीफेंट के शव पर पड़ी। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। वेटनरी डॉक्टरों की टीम ने जब बेबी ऐलीफेंट के शव का पीएम किया तो पता चला कि उसकी मौत पानी में डूबने से हुई है। ऐसे में वन विभाग ने संभावना जताई है कि बेबी ऐलीफेंट नदी में डूब गया होगा। नदी में डूबने के बाद व्यस्यक हाथियों ने उसे बाहर निकालने का प्रयास भी किया होगा। वन विभाग मामले की जांच कर रही है।
यह भी पढ़ें: CG Election 2023: 400 गाड़ियां होंगी अधिग्रहित, पहली बार जीपीएस सिस्टम से मॉनिटरिंग वन विभाग की निगरानी फेल, घंटोें बाद मिली सूचना एक बार फिर वन विभाग की निगरानी पर सवाल उठे हैं। दरअसल विभाग का दावा रहता है कि झुंड पर 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है। अगर निगरानी रखी जा रही होती तो निश्चित तौर पर नदी में बेबी ऐलीफेंट के डूबने की सूचना अमले को तत्काल होती और रेक्स्यू शुरु होता। इससे बेबी ऐलीफेंट की जान बच जाती।
यह भी पढ़ें: CG Election 2023: दिव्यांग-वृद्धों ने किया मतदान