ग्रामीणों ने बताया कि, गर्मी के दिनों में धीरे-धीरेकर नदी का पानी सूखने लगता है तो वे नदी के बीच पहुंच झरिया बनाकर पीने के पानी का इंतजाम करते है। वही बारिश व ठंड के दिनों में नदी में निस्तारी के लिए पानी तो मिल जाता है, लेकिन पीने (cg news) के पानी के हमें नदी किनारे झरिया बनाकर ही अपनी जरूरत के हिसाब से पानी निकालनी पड़ती है, यह जरूर है कि, बारिश व ठंड में हमें झरिया के पास घंटो इंतजार पानी आने का नहीं करना होता पर गर्मी में तो सूखी नदी में झरिया के पास घंटो इंतजार करना पड़ रहा है तब कहीं पीने के लायक पानी मिल पाता है।
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