इससे पहले बुधवार को पीडि़ता के शव को तहसीलदार की मौजूदगी में कब्र से बाहर निकाला गया और शव का पोस्टमार्टम डिमरापाल स्थित जगदलपुर मेडिकल कालेज में गुरुवार को शव का पीएम हुआ। इस मामले में पुलिस ने 7 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है। नाबालिगों को बाल संरक्षण गृह भिजवाने कार्रवाई जारी है। वहीं अन्य तीन को न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया है।
गैंगरेप के बाद पीडिता ने लगा ली फांसी, पिता द्वारा आत्महत्या के प्रयास के बाद टूटी प्रशासन की नींद
पुलिस अब विस्तृत पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। इधर घटना के बाद से इलाके में तनाव है। घटना के अन्य पहलुओं की पतासाजी करने पुलिस लगातार छापामारी कर रही है। इसके लिए एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने पुलिस की पांच सदस्यीय टीम बनाई गई है। बता दें कि घटना के उजागर होते ही बस्तर आईजी सुंदरराज पी एवं डीआईजी कांकेर डॉ संजीव शुक्ला भी घटनास्थल पहुंचे थे।
बता दें कि यह मामला तीन दिन पहले तब सामने आया था जब मृतका के पिता ने खुद ही आत्महत्या करने का प्रयास किया था। अभी पिता की मानसिक हालत खराब होने की बात कही जा रही है। इधर पुलिस खुद पीडि़ता के घर पहुंची समझाइश के बाद मृतिका के चाचा ने मामला दर्ज करवाया है।
आरोपियों के परिजन ने लगाया तत्कालीन टीआई पर आरोप-
आरोपी बनाए गए युवक के पिता सन्नुराम नाग ने बताया कि, घटना के कुछ दिनों बाद तत्कालीन थाना प्रभारी के द्वारा गांव के सरपंच, पटेल के साथ बुलवाया गया जहॉ मामले को रफ ादफ ा करने के लिए पैसे की मांग की गई थी। जिस पर कुछ लोगों ने टीआई को पैसा भी दिया दे दिया था, लेकिन मैने तो पहले ही कहा दिया था कि, इस घटना से मेरे बेटे का कोई लेना-देना नहीं है, यह जरूर है कि वह विवाह सामारोह में गया हुआ था और उसी दिन घटना घटित हुई।
यह कहना है ग्राम प्रतिनिधियों का
छोटे ओड़ागांव निवासी बंसत सिन्हा ने बताया कि, मृतका के दाह संस्कार में काफी लोग गए थे, लेकिन उस समय पर किसी को अनाचार की घटना के संबंध में कोई जानकारी नहीं थी। कुछ दिन बाद यह बात सामने आने लगी तब मैने खुद मृतिका के परिजन से इस संबंध में चर्चा किया था, लेकिन वे इस मामले को आगे बढ़ाना नहीं चाहते थे।
अब तक सात आरोपियों के नाम सामने आए है, जिसमें पांच को गिरफ्तार कर लिया गया है। परिजन ने आपसी सहमति से कफन-दफन कर दिया था। स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी इस मसले को लेकर पूछताछ की जा रही है। फिलहाल तत्कालीन प्रभारी रमेश सोरी को निलंबित कर दिया गया है।
-सिद्वार्थ तिवारी, पुलिस अधीक्षक, कोंडागांव
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