CG News: कुछ ठेकेदारों ने सांठगांठ से ऐबब में भरा टेंण्डर फार्म
टेंण्डर फार्म एक ही दिन दिया गया और एक ही दिन टेंण्डर फार्म जमा भी हो गया। वही कुछ ठेकेदारों ने सांठगांठ से ऐबब में टेंण्डर फार्म भरा। (Chhattisgarh News) अपने ब्यक्तिगत स्वार्थ पूर्ति के लिए नगरपंचायत के अधिकारी-पदाधिकारी और ठेकेदारों के आपस में सांठगांठ करके शासन को लाखों-लाखों रूपये की क्षति पंहुचाने का षडयंत्र किया गया हैं। कुछ चुनिंदा लोगों द्वारा सांठगांठ करके किये गये उगाही से शेष पार्षदों को पृथक रखा गया था। जिससे पार्षदों में क्षोभ एवं असंतोष था।आपसी तालमेल के हिसाब से भरा गया था टेंण्डर फार्म
क्षुब्ध असंतुष्ट पार्षदों द्वारा इसके खिलाफ आपस में लामबंद होकर मामले को उठाने की भी कोशिश की गई। पर उनकी कोशिश कामयाब नहीं हो पाई। मामला दब ही चुका था पर एक कहावत है कि, ईमानदारी में थोड़ी बेईमानी चल जाता है पर आपस में मिलकर किये गये बेईमानी में बेईमानी होने और बराबर बंटवारा न होने मामला उजागर हो जाता है। यह भी पढ़ें
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इस मामले में यही हुआ नगर पंचायत के पक्ष-विपक्ष के कुछ पदाधिकारियों की उपस्थिति में ठेकेदारों ने 18% कमीशन राशि टेंण्डर फार्म लेने के पूर्व ला-लाकर नगद जमा किया था। जिसके बाद उन सभी को आपसी तालमेल के हिसाब से टेंण्डर फार्म दिया गया था। ठेकेदारों ने एडवांस कमीशन जमा करके टेंण्डर फार्म लेकर टेंण्डर फार्म भर दिया और सभी ने अच्छा खासे दर पर टेंण्डर फार्म भरा था, जो स्वीकृत भी हो गया पर अब तक कार्य आदेश जारी नहीं हो पाया हैं।तथ्य परक खुलासा
CG News: अध्यक्ष को पार्षदों द्वारा दिये गये पत्र में यह तथ्यात्मक खुलासा किया गया है कि, जब छड सिमेंट के दर में 20% कम हो गया है तब 10% अधिक दर पर सेटिंग कर अधोसंरचना मद की राशि का दुरूपयोग किया जा रहा है। पार्षदों के द्वारा अध्यक्ष को प्रदत्त पत्र का एक एक शब्द हुए गंभीर आर्थिक अपराध को उजागर कर देता है। देखना यह है कि, इस मामले में नगरपंचायत केशकाल के अध्यक्ष और नगरीय प्रशासन एवं जिला प्रशासन कब क्या कदम उठाता है। इस बीच 13 दिसंबर को नगरपंचायत परिषद की अंतिम बैठक हुई। यही उगाही किये गये कमीशन राशि की बात निकली और जमकर बहसबाजी भी होने की बात सूत्र बता रहे हैं। (Chhattisgarh News) वहां पर यह भंडाफोड़ हुआ कि, कुछ पदाधिकारियो में से एक पदाधिकारी ने ही पूरा पैसा रख लिया और वापस नहीं कर रहा है यह खुलासा होते ही बवाल मच गया और इसके बाद नगरपंचायत के अध्यक्ष को निविदा क्र. 2119 , 17-10-2024को निरस्त करने बाबत लिखीत पत्र परिषद सदस्य पार्षदों द्वारा दिया गया।