गोलावंड आयुष्मान आरोग्य मंदिर के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत गोलांवड व बेतबेड़ा के तीन बच्चों बीमार होने के बाद जिला अस्पताल केशकाल में भर्ती कराए गए थे, जहां हालत नाजुक होने के बाद उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया। मेकाज में भर्ती होने के 24 घंटे के भीतर ही अलग-अलग दिनों में इन बच्चों की मौत हुई है। वहीं स्वास्थ्य विभाग का अमला मलेरिया पॉजिटिव होने की बात तो मान रहा है, लेकिन मलेरिया से मौत होने से नकार रहा हैं।
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इनकी हुई मौत
बेतबेड़ा पंचायत के आश्रित ग्राम तातरी निवासी रंजीत की बेटी यामिनी की मौत 23 जुलाई, गोंलावंड निवासी अनिल कश्यप के चार वर्षीय बेटे युवराज की मौत 28 जुलाई और बेतबेड़ा निवासी लखु के 14 वर्षीय बेटे दशरथ की मौत 14 अगस्त को इलाज के दौरान हुई। टीम पत्रिका को परिजनों ने बताया कि तीनों बच्चे मलेरिया पॉजिटिव जांच में होना उन्हें गांव में बताया गया था। तीनों मलेरिया पॉजिटिव थे। दो की रिपोर्ट जो आई है उसमें मलेरिया से मौत होना नहीं पाया गया वहीं एक की रिपोर्ट नहीं आई है। – ईमरान खान, जिला मलेरिया सलाहकार