कोंडागांव

बस्तर के ‘ब्लैक गोल्ड’ को दिल दे बैठे मसाला बोर्ड के वैज्ञानिक, उत्पादन कर हासिल की सफलता

Kondagaon News: केरल व देश के अन्य भागों में काली मिर्च के एक पेड़ से अधिकतम औसत उत्पादन लगभग 5 किलो रहा है, जबकि कोंडागांव की मां दंतेश्वरी काली मिर्च-16 में यह औसत उत्पादन मात्रा 8-10 किलो पाई गई है।

कोंडागांवJul 23, 2023 / 04:49 pm

Khyati Parihar

Chhattisgarh News: कोंडागांव। यह बस्तर और छत्तीसगढ़ के लिए ही नहीं बल्कि देश के लिए एक बड़ी खुशी व गौरव का विषय है कि, इलाके में संचालित हो रही मां दंतेश्वरी हर्बल फार्म्स एंड रिसर्च सेंटर’ द्वारा विकसित काली मिर्च को उत्पादन की मात्रा, गुणवत्ता तथा सभी मापदंडों पर देश की (Kondagaon News) सर्वश्रेष्ठ काली मिर्च के रूप में भारत सरकार के शीर्ष मसाला अनुसंधान संस्थान में दर्ज किया गया है।
यह भी पढ़ें

Weather Alert : मूसलाधार बारिश से कुकुर नदी में आई बाढ़, कई गावों से टुटा संपर्क….कलेक्टर ने सतर्कता बरतने के लिए जारी किया निर्देश

ज्ञात हो कि, केरल व देश के अन्य भागों में काली मिर्च के एक पेड़ से अधिकतम औसत उत्पादन लगभग 5 किलो रहा है, जबकि कोंडागांव की मां दंतेश्वरी काली मिर्च-16 में यह औसत उत्पादन मात्रा 8-10 किलो पाई गई है। उत्पादन की मात्रा के साथ-साथ गुणवत्ता में भी यह काली मिर्च (CG Hindi News) अन्य काली मिर्च से बेहतर है इस आशय का एक लेख भारत सरकार के केन्द्रीय मसाला संस्थान के नवीनतम आधिकारिक प्रकाशन में प्रकाशित हुआ है।
उल्लेखनीय है कि, स्पाइस बोर्ड ऑफ इंडिया, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, भारतीय मसाला अनुसंधान संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिकों की टीम का यह विशेष लेख टीम द्वारा ’मां दंतेश्वरी हर्बल फार्म्स तथा रिसर्च सेंटर कोंडागांव के लगातार दौरे और प्रत्यक्ष निरीक्षण के बाद, भारत सरकार (Chhattisgarh News) के ’स्पाइस बोर्ड ऑफ इंडिया’ के आधिकारिक प्रकाशन ’’स्पाइस इंडिया’’ पत्रिका के नवीनतम अंक में प्रकाशित हो चुका है।
यह भी पढ़ें

शिक्षक छात्राओं से करता था अश्लील बातें, फिर कर दिया ऐसी गन्दी हरकतें, आयोग तक पहुंची शिकायत…हुआ गिरफ्तार

Hindi News / Kondagaon / बस्तर के ‘ब्लैक गोल्ड’ को दिल दे बैठे मसाला बोर्ड के वैज्ञानिक, उत्पादन कर हासिल की सफलता

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.