कोलकाता . राज्यपाल के खिलाफ नृत्यांगना के यौन उत्पीडऩ की शिकायत को देखते हुए कोलकाता पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर भारतीय दंड संहिता की धारा 376 और 120बी के तहत दर्ज की गई है। एफआईआर में बोस के भतीजे का भी नाम है। यह एफआईआर हेयर स्ट्रीट थाने में दर्ज की गई है। इसके अलावा राज्यपाल पर एक अन्य युवती के साथ छेड़छाड़ करने का भी आरोप है। उसकी भी जांच जारी है। वह युवती राजभवन की कर्मचारी है। इस मामले में पुलिस राज्यपाल के सचिव और राजभवन के अन्य कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर चुकी है। मालूम हो इन दिनों राज्यपाल चुनाव बाद जारी हिंसा को लेकर मुखर हैं। रविवार को उन्होंने राजभवन में हिंसा पीडि़तों के साथ मुलाकात की और उनकी लड़ाई लडऩे का उन्हें भरोसा दिया। इस बीच राज्यपाल और उनके भतीजे के खिलाफ जीरो एफआईआर दर्ज कर दी गई।
मालूम हो कि आमतौर पर एफआईआर वहीं की पुलिस में दर्ज कर सकती है जहां घटना हुई हो। हालाँकि, यदि जीरो एफआईआर दर्ज की जाती है, तो मामला दर्ज करने वाली पुलिस कहीं भी घटना की जांच कर सकती है।
खबरों के मुताबिक राज्यपाल सीवी आनंद बोस पर एक नृत्यांगना के साथ यौन उत्पीडऩ का आरोप लगा है। पुलिस मुख्यालय लालबाजार ने प्रारंभिक जांच की है और नवन्न को एक जांच रिपोर्ट सौंपी है। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि 2023 में राज्यपाल सीवी आनंद बोस पर ओडिशा की एक मशहूर नृत्यांगन ने यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाया है। शिकायत के मुताबिक जून 2023 में बोस उसे एक कार्यक्रम के नाम पर दिल्ली ले गए। नृत्यांगना को वहां एक पांच सितारा होटल में ठहराया गया था। वहां राज्यपाल ने उसका कथित यौन उत्पीडऩ किया। उसके बाद, नृत्यांगना शिकायत लेकर राज्य सचिवालय नवान्न के पास पहुंची। बाद में नवान्न ने कोलकाता पुलिस को मामले की प्रारंभिक जांच करने का आदेश दिया।
गौरतलब है कि हाल ही में आरोप लगे थे कि राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने राजभवन स्थित अपने चैंबर में एक महिला कर्मचारी से छेड़छाड़ की है। घटना 2 मई की है। उस दिन के सीसीटीवी फुटेज में शिकायतकर्ता को रोते हुए राजभवन में जाते देखा गया था। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि उस दिन पुलिस के पास जाने से पहले महिला एक सेक्रेटरी के कार्यालय गई थी। पुलिस ने महिला से पूछताछ की तो पता चला कि वह करीब 15 से 16 मिनट तक राजभवन के कॉन्फ्रेंस रूम में राज्यपाल के साथ थी। उस घटना की भी पुलिस जांच शुरू की है। इस बीच यह जीरो एफआईआर दर्ज किया गया।
मालूम हो कि आमतौर पर एफआईआर वहीं की पुलिस में दर्ज कर सकती है जहां घटना हुई हो। हालाँकि, यदि जीरो एफआईआर दर्ज की जाती है, तो मामला दर्ज करने वाली पुलिस कहीं भी घटना की जांच कर सकती है।
खबरों के मुताबिक राज्यपाल सीवी आनंद बोस पर एक नृत्यांगना के साथ यौन उत्पीडऩ का आरोप लगा है। पुलिस मुख्यालय लालबाजार ने प्रारंभिक जांच की है और नवन्न को एक जांच रिपोर्ट सौंपी है। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि 2023 में राज्यपाल सीवी आनंद बोस पर ओडिशा की एक मशहूर नृत्यांगन ने यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाया है। शिकायत के मुताबिक जून 2023 में बोस उसे एक कार्यक्रम के नाम पर दिल्ली ले गए। नृत्यांगना को वहां एक पांच सितारा होटल में ठहराया गया था। वहां राज्यपाल ने उसका कथित यौन उत्पीडऩ किया। उसके बाद, नृत्यांगना शिकायत लेकर राज्य सचिवालय नवान्न के पास पहुंची। बाद में नवान्न ने कोलकाता पुलिस को मामले की प्रारंभिक जांच करने का आदेश दिया।
गौरतलब है कि हाल ही में आरोप लगे थे कि राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने राजभवन स्थित अपने चैंबर में एक महिला कर्मचारी से छेड़छाड़ की है। घटना 2 मई की है। उस दिन के सीसीटीवी फुटेज में शिकायतकर्ता को रोते हुए राजभवन में जाते देखा गया था। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि उस दिन पुलिस के पास जाने से पहले महिला एक सेक्रेटरी के कार्यालय गई थी। पुलिस ने महिला से पूछताछ की तो पता चला कि वह करीब 15 से 16 मिनट तक राजभवन के कॉन्फ्रेंस रूम में राज्यपाल के साथ थी। उस घटना की भी पुलिस जांच शुरू की है। इस बीच यह जीरो एफआईआर दर्ज किया गया।