आवेदन अन्य विषयों की तुलना में काफी कम इस वर्ष योगमाया देवी, एजेसी बोस, न्यूअलीपुर, सुरेंद्रनाथ, मणींद्रा कॉलेज में उन ३ विषयों के लिए आवेदन अन्य विषयों की तुलना में काफी कम हैं। योगमाया देवी कॉलेज की प्रिंसिपल सरवानी सरकार ने कहा, विज्ञान के मुख्य विषयों में छात्रों की रुचि कम हो रही है। हायर सेकेंडरी के बाद छात्र भविष्य में रोजगार के लिए इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश ले रहे हैं। एजेसी बोस कॉलेज के प्रिंसिपल पूर्णचंद्र मैती ने कहा विज्ञान के बुनियादी विषयों में छात्रों की रुचि इतनी कम है, यह सोचकर दुख होता है।
क्यों घट रही डिमांड सुरेंद्रनाथ कॉलेज के प्रिंसिपल इंद्रनील कर के मुताबिक छात्रों की स्कूल स्तर से ही इन ३ विषयों में रुचि कम हो रही है। मणींद्रा कॉलेज के प्रिंसिपल मोंटूराम सामंथा के मुताबिक जो छात्र सिर्फ डिग्री और नौकरी के लिए कॉलेज में एडमिशन ले रहे हैं, वे आसान विषयों में एडमिशन लेना चाहते हैं।’ मनिन्द्रा कॉलेज में बीकॉम ऑनर्स में करीब 2000 आवेदन आए हैं वहीं फिजिक्स, मैथ्स में अभी भी कुल सीटों से कम आवेदन हैं। सुरेंद्रनाथ कॉलेज में कॉमर्स में करीब 4 हजार आवेदन हैं, वहीं फिजिक्स-केमिस्ट्री-मैथ्स में आवेदनों की कुल संख्या 700 से भी कम है। कलकत्ता विश्वविद्यालय में रसायन विज्ञान के वरिष्ठ प्रोफेसर आशुतोष घोष ने कहा कि पहले बहुत से लोग भौतिकी, रसायन विज्ञान, गणित का अध्ययन करते थे और स्कूल में नौकरी करने जाते थे। अब जो लोग शोध करेंगे वे आईआईटी, आईसीईआरएस, आईआईएससी जैसे संस्थानों में जा रहे हैं। प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय के वरिष्ठ भौतिकी प्रोफेसर वरुण रॉय चौधरी ने कहा कि भौतिकी में हमारे विश्वविद्यालय में जो लोग प्रवेश लेते हैं, उनमें से कई नहीं रहते हैं। ऐसा लगता है कि बच्चों की रुचि फिजिक्स में नहीं है क्योंकि नौकरी के ज्यादा अवसर नहीं हैं।