WEST BENGAL–उल्टी रथयात्रा में भजन-नृत्य
BENGAL NEWS-कोलकाता। दिगंबर जैन समाज की भगवान पार्श्वनाथ की उल्टी रथयात्रा बुधवार को बेलगछिया मन्दिर से प्रस्थान कर आरजीकर रोड, अरविन्द सरणी, विधान सरणी, रवीन्द्र सरणी, एमजी रोड, मनोहर दास स्ट्रीट, नलिनी सेठ रोड, सर हरिराम गोयनका स्ट्रीट होती हुई बड़ाबाजार के बड़ामन्दिर पहुंची। कोरोना के सरकारी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए रथयात्रा में काफी संख्या में समाजजन भजन-नृत्य करते हुए शामिल हुए। रथयात्रा को सफल बनाने में कार्यवाहक मंत्री ललितजैन, सुरेंद्रकुमार जैन, भानु जैन, ज्ञानेंद्र पाटनी, दिलीप पाटनी हर्ष सेठी, प्रदीप पाटनी, अजय जैन, सुमित जैन आदि सक्रिय रहे। भगवान पार्श्वनाथ जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर हैं। उनकी मूर्ति के दर्शन मात्र से ही जीवन में शांति का अहसास होता है। पार्श्वनाथ वास्तव में ऐतिहासिक व्यक्ति थे। उनसे पूर्व श्रमण धर्म की धारा को आम जनता में पहचाना नहीं जाता था। पार्श्वनाथ से ही श्रमणों को पहचान मिली। वे श्रमणों के प्रारंभिक आइकॉन बनकर उभरे। पार्श्वनाथ के प्रमुख चिह्न- सर्प, चैत्यवृक्ष- धव, यक्ष- मातंग, यक्षिणी- कुष्माडी आदि है।