WEST BENGAL NEWS-‘सेवा से बढक़र न धर्म ,न कर्म’
BENGAL SANKALP SRISHTI SANSTHA NEWS-कोलकाता। सेवा से बढक़र न कोई धर्म है और न ही कोई कर्म। महानगर की शिक्षा, सेवा, साहित्य-संस्कृति की संवाहक संस्था संकल्प सृष्टि की ओर से रविवार को आयोजित संकल्प सृष्टि साहित्य सम्मान 2021 समारोह को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने यह बात कही।विभिन्न वक्ताओं ने संकल्प सृष्टि संस्था की ओर से खासकर दिव्यांग बच्चों के विकास को लेकर किए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों को सराहा। रवीन्द्र भारती विश्वविद्यालय के रथीन्द्र मंच में आयोजित संकल्प सृष्टि साहित्य सम्मान 2021 में पं. छविनाथ मिश्र साहित्य साधना सम्मान से पद्मश्री डॉ. कृष्ण बिहारी मिश्र तथा शंभू प्रसाद श्रीवास्तव साहित्य सृजन सम्मान से बालकवि सूर्यकुमार पांडेय (लखनऊ) को नवाजा गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कृष्ण बिहारी मिश्र ने कहा कि अस्वस्थता के कारण पिछले 2 वर्षों से वे घर से बाहर नहीं निकले। लेकिन संकल्प सृष्टि एवं प्रधान सचिव अविनाश कुमार गुप्त के प्रति स्नेह से खुद को रोक नहीं सके और समारोह में विशेष रूप से आए। उन्होंने पं. छविनाथ मिश्र से अपने लगाव के बारे में बताते हुए कहा कि इस पुरस्कार का शुभारंभ अच्छीपहल है। बालकवि सूर्यकुमार पांडेय ने कहा कि उन्हें अब तक जो पुरस्कार एवं सम्मान मिले उनमें यह सम्मान बहुत नायाब है। सम्मानित अतिथि डॉ. प्रेम शंकर त्रिपाठी ने कृष्ण बिहारी मिश्र से सान्निध्य एवं साहित्य जगत में उनके योगदान पर चर्चा की। संजय बिन्नानी ने पं. छविनाथ मिश्र का परिचय दिया। संकल्प सृष्टि के प्रधान संरक्षक राकेश हिम्मतसिंहका ने कार्यक्रम की सफलता के लिए शुभकामना दीं।समारोह में उपस्थित डॉ. वसुमति डागा ने बालकवि शंभू प्रसाद श्रीवास्तव का परिचय दिया तथा उनके गीतों को स्वर दिया। उद्योगपति समाजसेवी रामगोपाल अग्रवाल तथा संस्थाध्यक्ष नवलकिशोर परसरामका ने संबोधित किया। बतौर मुख्य अतिथि जादवपुर विश्वविद्यालय के प्रो. संजय मुखोपाध्याय थे। साहित्य, समाजसेवा, उद्योग, शिक्षा जगत से विद्वानों और गणमान्य हस्तियों की उपस्थिति रही। संकल्प सृष्टि परिचालित स्कूल फॉर स्पेशल चिल्ड्रेन तथा संकल्प सृष्टि वनवासी शिक्षा निकेतन के विद्यार्थियों ने स्वागत नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोहा। संचालन सुनीता मंडल, धन्यवाद ज्ञापित पत्रकार डॉ. अभिज्ञात ने किया। आयोजन को सफल बनाने में सुबर्णा मालाकार, जवाहरलाल आसावत, चिरंजीव कुमार प्रसाद, कविता पोद्दार, आनंद सिंह खरवार, दीपा सिंह, कल्पना दास का खास सहयोग रहा। ……………..