तेले भाजा के शौकीन थे नेताजी कोलकाता में एक दुकान ऐसी भी है जो तत्कालीन फिरंगी हुकूमत के दौरान क्रांतिकारियों के लिए सूचना सेंटर था। यहां हर साल नेताजी की जयंती पर 23 जनवरी को उनके सम्मान में निशुल्क तेले भाजा (पकौड़ा) का वितरण 1942 से लगातार किया जा रहा। 1918 में स्थापित 158 विधान सरणी स्थित लक्ष्मी नारायण साव एंड सन्स के वर्तमान मालिक केस्टो कुमार गुप्ता ने पत्रिका के साथ खास भेंट में यह खुलासा किया। आजादी के आंदोलन की गवाह इस दुकान की अनगिनत यादें नेताजी से जुड़ी हैं। तेले भाजा के शौकीन नेताजी इस दुकान में अक्सर मूड़ी-पकौड़े का लुत्फ उठाने आते थे। मूल रूप से बिहार के गया निवासी गुप्ता ने बताया कि उनके दादाजी खेदू साव (स्वत्रतंता सेनानी) ने इस दुकान की स्थापना की थी। यहीं से स्वदेशी आंदोलन के दौरान क्रांतिकारियों को तेले भाजा की सप्लाई की जाती थी। उनके दादाजी के निधन के बाद उनके पिता लक्खी नारायण साव ने इस परंपरा को बरकरार रखा और 2000 में पिता के निधन के बाद अब वे इसे संचालित कर रहे हैं। यहां सूचनाओं का आदान-प्रदान होता था। 1942 से ही खेदू साव टोकरी में तेले भाजा भरकर आजादी के दीवानों को दिया करते थे।