कोलकाता

पश्चिम बंगाल: कोलकाता में 10 दिवसीय दुर्गोत्सव का आगाज

कोलकाता में 10 दिवसीय दुर्गोत्सव का आगाज हो गया। रंग-बिरंगी रोशनी से महानगर जगमग कर रहा है। महानगर के बड़े पंडालों में दुर्गा प्रतिमाएं लोगों का मन मोह रही हैं। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बेहला के नए दल क्लब की प्रतिमा का उद्घाटन किया। इस दौरान क्षेत्र के सभी पार्षद उपस्थित थे। हालांकि आरजी कर कांड का असर भी सडक़ों पर नजर आया। कोलकाता के बाजार लोगों से खचाखच भर नजर आए। न्यू मार्केट में खरीदारी के लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़े। बड़ाबाजार समेत गरियाहाट, नया बाजार, हाथीबागान में बड़ी संख्या में लोग नजर आए। सोदपुर, दमदम, गरिया और सोनारपुर के उपनगरीय बाजारों में भी नजारा ऐसा ही था।

कोलकाताOct 04, 2024 / 03:46 pm

Rabindra Rai

पश्चिम बंगाल: कोलकाता में 10 दिवसीय दुर्गोत्सव का आगाज

बड़े पंडालों में दुर्गा प्रतिमाएं मोह रही मन, रंग-बिरंगी रोशनी से नहाया महानगर

कोलकाता में 10 दिवसीय दुर्गोत्सव का आगाज हो गया। रंग-बिरंगी रोशनी से महानगर जगमग कर रहा है। महानगर के बड़े पंडालों में दुर्गा प्रतिमाएं लोगों का मन मोह रही हैं। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बेहला के नए दल क्लब की प्रतिमा का उद्घाटन किया। इस दौरान क्षेत्र के सभी पार्षद उपस्थित थे। हालांकि आरजी कर कांड का असर भी सडक़ों पर नजर आया। कोलकाता के बाजार लोगों से खचाखच भर नजर आए। न्यू मार्केट में खरीदारी के लिए बड़ी संख्या में लोग उमड़े। बड़ाबाजार समेत गरियाहाट, नया बाजार, हाथीबागान में बड़ी संख्या में लोग नजर आए। सोदपुर, दमदम, गरिया और सोनारपुर के उपनगरीय बाजारों में भी नजारा ऐसा ही था। पिछले साल त्योहारों से बड़ी आय हुई थी। उधर सजावटी सामान बनाने वाले शुभेंदु पोरेल ने कहा कि आरजी कर कांड को लेकर इस बार व्यापार आधा हो गया है। इस वर्ष स्थिति पूरी तरह से अलग है। आरजी कर कांड को लेकर डॉक्टरों के प्रदर्शन से काफी असर पड़ा है। उन्होंने कहा यह त्योहार वार्षिक कारोबार का एक बड़ा हिस्सा है और हम अच्छे रिटर्न की उम्मीद करते हैं।

पर्व का हिंदू धर्म में बहुत महत्व

शारदीय नवरात्र के दौरान देवी दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा का विधान है। पहले दिन गुरुवार को कई स्थानों पर देवी दुर्गा के पहले रूप शैलपुत्री की पूजा हुई। नौ दिनों तक चलने वाले इस पर्व का हिंदू धर्म में बहुत महत्व है। वैदिक पंचांग के अनुसार इस बार अश्विन माह में दुर्गोत्सव 3 अक्टूबर से शुरू हो गया। 2021 में कोलकाता में दुर्गा पूजा को यूनेस्को की सांस्कृतिक विरासत सूची में जोड़ा गया। नवरात्रि में 9 दिनों में दुर्गा के 9 रूपों शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री की उपासना होती है।

त्योहार कभी नहीं रुक सकते : ममता

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने त्योहारों के समय में राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को राहत-सामग्री भेजने के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता गुरुवार को दोहराई। कोलकाता के बेहाला क्षेत्र में एक दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि त्योहार के दिनों में बाढ़ से प्रभावित लोगों की पीड़ा को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने बताया कि दक्षिण और उत्तर बंगाल के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को राहत सामग्री भेजी गई है, जिसमें चावल, दाल, आलू, सोयाबीन, सरसों का तेल और अन्य आवश्यक खाद्य सामग्री शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अगले दो दिन में बारिश होने की संभावना है तथा षष्ठी से शुरू होने वाले त्योहार के बाद के चार दिन तक छिटपुट बारिश और धूप वाला मौसम रहने की उम्मीद है। ममता बनर्जी ने कुछ समूहों द्वारा दुर्गा पूजा में शामिल नहीं होने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूजा कभी नहीं रुकती है।
उन्होंने कहा कि त्योहार कभी नहीं रुक सकते। दुर्गा पूजा के बाद अन्य त्योहार भी आएंगे। मुख्यमंत्री ने दिन में कोलकाता में कई दुर्गा पूजा स्थलों का उद्घाटन किया, जिनमें उत्तर कोलकाता में ताला प्रतय, खिदिरपुर में 25 पल्ली, अलीपुर सार्वजनिक, कोलाहोल, नोतुन दल और बारिशा क्लब शामिल थे।

कम दबाव का क्षेत्र, पूजा में बारिश की आशंका

बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भाग में शुक्रवार को कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इससे पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने गुरुवार को यह जानकारी दी। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि मौसम प्रणाली के प्रभाव के कारण उप-हिमालयी जिलों में शनिवार तक भारी बारिश होने की संभावना है, जबकि एक-दो स्थानों पर बहुत भारी बारिश की संभावना है। उन्होंने कहा कि कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण शुक्रवार को दक्षिण बंगाल के जिलों में भारी बारिश होगी। मौसम विभाग ने कहा कि पहाड़ी जिलों दार्जिलिंग और कलिम्पोंग में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हो सकता है। विभाग ने कहा कि शुक्रवार तक पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों के साथ-साथ उत्तर और बंगाल की खाड़ी के आसपास 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवा चलेगी। उसने मछुआरों को ऐसे समय में समुद्र में न जाने की सलाह दी है।

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