जैन श्वेतांबर तेरापंथी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेशचंद गोयल ने हावड़ा की एक महत्वपूर्ण सडक़ का नाम आचार्य तुलसी मार्ग किए जाने पर राज्य सरकार के साथ एचएमसी के अधिकारियों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि आचार्य तुलसीजी मानवता के मसीहा थे। उन्होंने संयम रखने पर जोर दिया। वह कहते थे कि यदि व्यक्ति खुद सुधरेगा तो समाज सुधर जाएगा और समाज सुधरेगा को राष्ट्र खुद-ब-खुद सुधर जाएगा। महासभा के मुख्य न्यासी भंवरलाल बैद ने कहा कि आचार्य तुलसी के नाम पर हावड़ा के रोड का नामकरण नैतिकता की जीत है।
— नहीं चुकाया जा सकता गुरु का ऋण उत्तर हावड़ा के अध्यक्ष जतनलाल पारख ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि गुरु का ऋ ण चुकाया नहीं जा सकता। आज यदि उत्तर हावड़ा के इस महत्वपूर्ण मार्ग के नामकरण संभव हो पाया तो यह उन्हीं की कृपा से संभव हुआ, मैंने तो बस प्रयास किया था। उत्तर हावड़ा तेरापंथ समाज ने उनकी जन्म शताब्दी के अवसर पर एक सपना संजोया था कि उत्तर हावड़ा में आचार्य तुलसी के नाम पर किसी रास्ते का नामकरण हो। उत्तर हावड़ा जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा के प्रयास से उत्तर हावड़ा में आठ शीतल पेयजल प्रकल्प बना। इस कार्य के लिए कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम और मंत्री अरूप राय का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ। इसमें एचएमसी के पूर्व एमआइसी गौतम चौधरी की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
— ये रहे मौजूद कार्यक्रम में हावड़ा के पुलिस आयुक्त कुणाल अग्रवाल, हावड़ा एडिशनल डिस्ट्रिक मजिस्टेट धवल जैन मुख्य रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम में रामरतन चौधरी, पूर्व पार्षद मंजीत राफेल, अनूप चक्रवर्ती, मंटू सिंह, महेंद्र अग्रवाल उपस्थित रहे। इस अवसर पर महासभा के पूर्व अध्यक्ष कमल दुगड़, कलकत्ता सभा के अध्यक्ष बुधमल लुनिया, तेजकरण बोथरा और सभा के राकेश संचेती ने विचार रखे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में संदीप कोचर, जुगल किशोर, उमेश सेठिया, आनंद पारख, प्रवीण सिंगी, चैनरूप बोथरा, विनोद कोठारी, विनोद कुचेरिया, सुशील गंग, आयोजन समिति के सदस्य अमरचंद दुगड़, तेजकरण बोथरा, बुधमल लुणिया, मंजु कोठारी सक्रिय रहे।