पश्चिम बंगाल (West Bengal) विधानसभा में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के खिलाफ प्रस्ताव शुक्रवार को पारित हो गया। ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) सरकार की ओर से पेश किए गए इस प्रस्ताव का भारतीय जनता पार्टी (BJP) को छोडक़र अन्य सभी दलों ने समर्थन किया। प्रस्ताव पर बहस के दौरान ममता बनर्जी ने एनआरसी की तीखी निंदा की। इसके अलावा चंद्रयान मिशन-2 पर केन्द्र सरकार के अति उत्साह एवं जम्मू-कश्मीर से धारा-370 हटाए जाने को लेकर भी भाजपा सरकार की कड़ी आलोचना की।
ममता बनर्जी एनआरसी के खिलाफ सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश में जुट गई हैं। सूत्रों के अनुसार वह 12 सितंबर को असम जा सकती हैं। वहां विरोध प्रदर्शन कर सकती हैं।
ममता बनर्जी एनआरसी के खिलाफ सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश में जुट गई हैं। सूत्रों के अनुसार वह 12 सितंबर को असम जा सकती हैं। वहां विरोध प्रदर्शन कर सकती हैं।
उल्लेखनीय है कि शुरू से ही ममता बनर्जी एनआरसी का विरोध कर रही हैं। इससे पहले ममता बनर्जी ने एनआरसी से गोरखा समुदाय के 100,000 से ज्यादा लोगों के बाहर होने पर हैरानी जाहिर की थी। ममता ने कहा था कि एनआरसी से हजारों भारतीय बाहर हो गए हैं। ममता बनर्जी ने 1 सितंबर को एक के बाद एक कई ट्वीट कर सरकार से यह सुनिश्चित करने की मांग की थी कि असली भारतीय सूची से बाहर नहीं हों।
मालूम रहे कि 31 अगस्त को जारी एनआरसी की अंतिम सूची में करीब 19 लाख लोग इस सूची से बाहर हो गए थे। इसके बाद इन लोगों को विदेशी न्यायाधिकरण के सामने नागरिकता साबित करने की चुनौती है।
मालूम रहे कि 31 अगस्त को जारी एनआरसी की अंतिम सूची में करीब 19 लाख लोग इस सूची से बाहर हो गए थे। इसके बाद इन लोगों को विदेशी न्यायाधिकरण के सामने नागरिकता साबित करने की चुनौती है।