नीलरतन सरकार अस्पताल (एनआरएस) में पिछले 3 दिनों में ऑपरेशन के बाद संक्रमण होने से 2 नवजात की मौत हो गई थी। दोनों मामले में ऑपरेशन व संक्रमण होने पर सिलाई में इस्तेमाल किए हुए सूतों पर सवाल खड़ा हो गया था। दूसरी की मौत होने के बाद अस्पताल प्रबंधन हरकत में आया। प्रबंंधन की ओर से फिलहाल पीडियाट्रिक विभाग के सिक न्यू बॉर्न केयर यूनिट (एसएमसीयू) को बंद कर दिया गया है। उसके स्थान पर पीडियाट्रिक ऑपरेशन थियेटर में ही अस्थायी रूप से नवजातों की चिकित्सा होगी। अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि सिक न्यू बॉर्न केयर यूनिट को जीवणुमुक्त बनाने का काम चल रहा है। डॉक्टरों क ा अनुमान यह भी है कि एसएमसीयू में संक्रमण की स्थिति हो सकती है। यह भी पिछले 3 दिनों में दो की मौत का कारण हो सकता है। दूसरी ओर इस मामले में बनाई गई जांच समिति भी मामले की जांच कर रही है। परिजनों का कहना है कि एसएनसीयू को जीवाणु मुक्त करने का जिम्मा भी प्रबंधन का है। अब तक अस्पताल का प्रबंधन क्या कर रहा था? नीलरतन सरकार अस्पताल में अपने बच्चे को दिखाने गए जादवपुर निवासी अभिजीत ने कहा कि उनके भी बच्चे का ऑपरेशन होने वाला था, एसएनसीयू क ो सील कर दिया गया है। डॉक्टरों ने कहा है कि बच्चे का इलाज दूसरे ऑपरेशन थियेटर में होगा।
सूते की गुणवत्ता पर उठे सवाल नीलरतन सरकार अस्पताल में लगातार 2 शिशुओं की मौत के मुख्य कारण के रूप में ऑपरेशन की सिलाई टूटना सामने आई थी। पहले मामले में परिजनों का आरोप था कि ऑपरेशन के बाद 2 बार सिलाई टूट गई थी, तीसरे बार सिलाई के बाद पूरे शरीर में संक्रमण हो जाने से मौत हो गई। दूसरे मामले में एक बार सिलाई टूटी व उसके बाद ही संक्रमण हो गया। दोनों मामलों पर सिलाई के सूतों के लेकर सवाल खड़े हो गए थे। दूसरे मामले में परिजनों का आरोप है कि उनसे 1600 रुपए देकर सूते खरीदे थे। फिलहाल सूतों की गुणवत्ता की जांच की जा रही है?