गौरतलब है कि अगस्त 2019के बाद से अब तक भागवत की यह पांचवीं बंगाली यात्रा है। वहीं, इस साल उनकी यह दूसरी यात्रा है। इससे पहले 22 सितंबर को भागवत बंगाल के दौरे पर आए थे। अपने हर दौरे में भागवत संगठन को ब्लॉक स्तर पर मजबूत करने का मंत्र देते रहे हैं। दरअसल, बंगाल में अगले साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि भागवत भाजपा की जमीन तैयार करने के लिए बार-बार बंगाल के दौरे पर आ रहे हैं। भागवत का इस समय बंगाल दौरा ऐसे समय में हुआ है, जब चार दिन पहले बंगाल में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के बाद कोलकाता से लेकर दिल्ली तक राजनीति गरमाई हुई है।