महाशिवरात्रि : भूतनाथ मंदिर में उमड़ेगी शिव भक्तों की भीड़ महाशिवरात्रि के अवसर पर बाबा भूतनाथ मंदिर का कपाट रविवार मध्य रात से खुला है। मंदिर के प्रधान पुजारी छत्रपाल ठाकुर ने बताया कि मंदिर का कपाट मंगलवार को रात १० बजे बंद होगा। महाशिवरात्रि के इस आयोजन में हिन्दू सत्कार समिति, कोलकाता पुलिस और सिविल डिफेंस का विशेष योगदान है। प्रधान पुजारी सदस्य महेश ठाकुर, धीरेन्द्र पात्र, गणेश ठाकुर व छत्रपाल ठाकुर की देखरेख में महाशिवरात्रि का आयोजन हुआा। वैसे बाबा भूतनाथ मंदिर में सालों पर भक्तों का तांता लग रहता है, लेकिन सावन व महाशिवरात्रि के अवसर पर यहां भक्तों की संख्या काफी बढ़ जाती है।
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होती है मनोकामना पूर्ण वृहत्तर कोलकाता में हुगली नदी के तट पर नीमतल्ला घाट शमशान भूमि पर बाबा भूतनाथ का प्राचिन मंदिर करीब ३०० साल पुरान है। मान्यता है कि मंदिर में साक्षात भगवान शिव विराजमान हैं। बाबा के दरवार में जो भक्त सच्चे मन से आता है उस भक्त की मनोकामना पूर्ण होती है।
होती है मनोकामना पूर्ण वृहत्तर कोलकाता में हुगली नदी के तट पर नीमतल्ला घाट शमशान भूमि पर बाबा भूतनाथ का प्राचिन मंदिर करीब ३०० साल पुरान है। मान्यता है कि मंदिर में साक्षात भगवान शिव विराजमान हैं। बाबा के दरवार में जो भक्त सच्चे मन से आता है उस भक्त की मनोकामना पूर्ण होती है।
चिता भस्म से होता है बाब का श्रृंगार बाबा भूतनाथ की पूजा विधान का तरीका बेहद अनोखा है। उज्जैन महाकाल मंदिर के जैसे ही बाबा भूतनाथ का दिन में दो बार चिता भस्म से श्रृंगार किया जाता है। बाबा को जल चढ़ाने से भक्त को विशेष फल मिलता है। यहां देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु गंगाजल, पुष्प, धतुरा, दूध, दही और शहद से बाबा का अभिषेक करते हंै।
फूलों से की गई सजावट भूतनाथ मंदिर को फूलों से सजाया गया है।मंदिर के भीतर शिव-पार्वती की झांकी बनाई गई है। यहां पर देवाधिदेव महादेव के अलावा माता पार्वती, गणेश, बजरंगबली व नंदी महाराज मौजूद हैं। ब्रम्हलीन प्रधान पुजारी महिपाल ठाकुर की प्रतिमा की भी सजावट की गई है।