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कोलकाता: सूर्य उपासना के महापर्व छठ की तैयारियां शुरू, उमड़ेगी आस्था

दिवाली का त्यौहार सम्पन्न होते ही लोग सूर्य उपासना के महापर्व छठ पूजा की तैयारियों में जुट गए। इसके तहत एक ओर जहां नूतन बाजार में कलसूप और डाला आदि सामान की बिक्री शुरू हो गई। वहीं दूसरी तरफ महापर्व मनाने के लिए प्रवासियों के अपने गृह प्रदेश जाने का सिलसिला शुरू हो गया। आचार्य शशि भूषण पाण्डे ने बताया कि इस वर्ष छठ पर्व का पहला अघ्र्य 7 नवम्बर को दिया जाएगा। इसके अगले दिन उगते सूर्य को अघ्र्य देकर व्रत का पारण होगा।

कोलकाताNov 01, 2024 / 07:32 pm

Rabindra Rai

कोलकाता: सूर्य उपासना के महापर्व छठ की तैयारियां शुरू, उमड़ेगी आस्था

पहला अघ्र्य 7 नवम्बर को किया जाएगा अर्पित

दिवाली का त्यौहार सम्पन्न होते ही लोग सूर्य उपासना के महापर्व छठ पूजा की तैयारियों में जुट गए। इसके तहत एक ओर जहां नूतन बाजार में कलसूप और डाला आदि सामान की बिक्री शुरू हो गई। वहीं दूसरी तरफ महापर्व मनाने के लिए प्रवासियों के अपने गृह प्रदेश जाने का सिलसिला शुरू हो गया। आचार्य शशि भूषण पाण्डे ने बताया कि इस वर्ष छठ पर्व का पहला अघ्र्य 7 नवम्बर को दिया जाएगा। इसके अगले दिन उगते सूर्य को अघ्र्य देकर व्रत का पारण होगा। तत्काल कोटे की टिकट लेने आरक्षण काउंटर आये निजी प्रतिष्ठान में कार्यरत ठाकुर रघुवीर सिंह ने कहा कि कार्यालय में दिवाली पर लक्ष्मी पूजन के बाद बोनस मिलता है इसलिए यहां रुका रहा। काफी पहले से 4 नवम्बर की टिकट बनी हुई है लेकिन, वेटिंग लिस्ट होने के कारण पहले तत्काल कोटे में टिकट लेने की कोशिश कर रहा हूं। यदि कन्फर्म टिकट मिल गई तो पहले रवाना हो जाऊंगा।

प्रशासन की चाक चौबंद व्यवस्था

छठ पर्व में ढलते और उदय होते सूर्य को अघ्र्य देने का विधान है। पर्व की पूजा करने वाले व्रतधारी विभिन्न घाटों पर परिवार और परिचितों सहित पहुंचते हैं। संभावित भीड़ को देखते हुए प्रशासन भी चाक चौबंद व्यवस्था रखने के लिए सक्रिय है। नार्थ पोर्ट थानांतर्गत आने वाले निमतल्ला घाट आउट पोस्ट के आईसी अहिंद्रनाथ मिश्रा ने बताया कि छठ पूजा करने केवल निमतल्ला घाट पर 10 से 15 हजार श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। इस अवसर पर व्रतधारियों की सुरक्षा और सुविधा दोनों का ख्याल रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल के अलावा हर समय आपदा प्रबंधन समूह के लोग भी मौजूद रहेंगे।

घाटों तथा सम्बंधित मार्गो पर साफ सफाई होगी

वार्ड 22 की पार्षद मीनादेवी पुरोहित ने कहा कि जगन्नाथ घाट पर छठ में तकरीबन 25 से 30 हजार श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसके पहले घाट तथा सम्बंधित मार्गो पर साफ सफाई और ब्लीचिंग पाउडर छिडक़ाव का कार्य होगा। दो दिन के इस पर्व को मुख्य रूप से बिहार, झारखंड तथा उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में मनाया जाता है। इसे राजस्थान और पंजाब के भी कई लोग मनाते हैं। शुद्धता और आस्था का प्रतीक माना जाने वाला छठ पर्व सबसे कठिन व्रत में से एक होता है। यह एक मात्र ऐसी पूजा है जो बिना किसी पण्डित के सानिध्य में होती है।

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