कोलकाता में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज ले लिए समर्पित एमआर बांगुर अस्पताल की बदहाली का एज वीडियो सामने आया है। इस वीडियो ने पश्चिम बंगाल सरकार की कोरोना महामारी से निपटने के लिए की गई स्वास्थ्य व्यव्स्था की पोल खोलकर रख दी है। अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती एक व्यक्ति ने यह वीडियो बनाकर सार्वजनिक किया है। वीडियो में वार्ड में कई शव पड़े हुए दिख रहे हैं। आसमान मे कई मरीज भी वेड पर पड़े दिख रहे है। वीडियो बनाने वाले शख्स का दवा है कि उक्त लाशें कई दिनों से पड़ी हुई हैं। मरीज लाशों के साथ रहने को मजबूर हैं।
शवों के सड़ने के दुर्गंध आ रही है, लेकिन उन्हें हटाने की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। यहां तक कि आइसोलेशन वार्ड में लगाए गए बेड में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा। अगर एक भी कोरोना पीड़ित व्यक्ति वहां आया तो आइसोलेशन वार्ड में भर्ती सारे लोग कोरोना पॉजिटिव हो जाएंगे। जो लोग थोड़े बहुत बीमार होकर भी यहां आ रहे हैं वे भर्ती होने के कुछ दिन के बाद ही पूरी तरह से गंभीर होकर दम तोड़ दे रहे हैं। रैपिड टेस्टिंग की व्यवस्था नहीं है। 4 से 5 दिन बाद लोगों की जांच हो रही है।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल सरकार की बदहाली को लेकर खबर बनाने वाले पत्रकारों को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी धमकाती रही हैं। केस दर्ज करने की धमकी दी गई है। स्वास्थ्य विभाग में दावा किया था कि एमआर बांगुर अस्पताल में कोई शव नहीं पड़ा हुआ है जबकि हकीकत इसके ठीक उलट है।
शवों के सड़ने के दुर्गंध आ रही है, लेकिन उन्हें हटाने की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है। यहां तक कि आइसोलेशन वार्ड में लगाए गए बेड में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा। अगर एक भी कोरोना पीड़ित व्यक्ति वहां आया तो आइसोलेशन वार्ड में भर्ती सारे लोग कोरोना पॉजिटिव हो जाएंगे। जो लोग थोड़े बहुत बीमार होकर भी यहां आ रहे हैं वे भर्ती होने के कुछ दिन के बाद ही पूरी तरह से गंभीर होकर दम तोड़ दे रहे हैं। रैपिड टेस्टिंग की व्यवस्था नहीं है। 4 से 5 दिन बाद लोगों की जांच हो रही है।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल सरकार की बदहाली को लेकर खबर बनाने वाले पत्रकारों को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी धमकाती रही हैं। केस दर्ज करने की धमकी दी गई है। स्वास्थ्य विभाग में दावा किया था कि एमआर बांगुर अस्पताल में कोई शव नहीं पड़ा हुआ है जबकि हकीकत इसके ठीक उलट है।