पर्यावरण की अनुकूल सामग्रियों का उपयोग
प्रसिद्ध कलाकार शिवशंकर दास की ओर से तैयार की गई थीम पर आधारित पंडाल बन रहा है, जिसमें लोहे और एस्बेस्टस शीट जैसी पर्यावरण की अनुकूल सामग्रियों का उपयोग करते हुए देहाती सौंदर्यबोध को दिखाया जाएगा। प्रसिद्ध कलाकार सनातन डिंडा ने मूर्ति डिजाइन किया है, जो परंपरा और आधुनिकता का मिश्रण सुनिश्चित करता है। कवि जीवनानंद दास के शब्दों में तोबुओ तोमार काचे आमार हृदय (फिर भी मेरा दिल तुम्हारे साथ है) नामक थीम महानगर के निवासियों की भावनाएं प्रस्तुत करेगी।
शहर ने देखे अनगिनत परिवर्तन
क्लब के सचिव सुबीर दास ने कहा कि हम इस वर्ष आयोजन की 60वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। हम अपने राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक दिखाएंगे। सांस्कृतिक विरासत ने हमेशा हमें आपस में एक दूसरे समुदाय के साथ रहना सिखाया है। हमारा विषय, ‘तोबुओ तोमार काचे आमार हृदय, महानगर के प्रति हमारे प्रेम के सार को दर्शाता है। यह एक ऐसा शहर है, जिसने अनगिनत परिवर्तन देखे हैं, फिर भी हमारी पहचान का एक प्रिय हिस्सा बना हुआ है। इस वर्ष हमारा लक्ष्य परंपरा को आधुनिकता के साथ मिलाना है।
सामाजिक पहल के लिए समर्पित
सुबीर दास ने कहा कि शिवशंकर दास और सनातन डिंडा की कलात्मकता के माध्यम से हम एक ऐसा करने की कोशिश कर रहे हैं। यह पूजा कमेटी दुर्गा पूजा के दौरान एकत्र चंदे का एक हिस्सा पूरे वर्ष विभिन्न सामाजिक पहल के लिए समर्पित करती है। नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच, सामाजिक-आर्थिक मुद्दों पर जागरूकता कार्यक्रम और रक्त दान शिविर और नेत्रदान शिविर का आयोजन करती है। कमेटी वंचितों को कपड़े और जरूरतमंद बच्चों को शैक्षिक किट भी वितरित करती है।