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कोलकाता

सावधान रहें वरना महानगर कोलकाता की सड़कों पर है जान जाने का खतरा

सावधान रहें वरना महानगर कोलकाता की सड़कों पर जान जाने का खतरा है। हाल में महानगर के भवानीपुर के जस्टिस द्वारकानाथ रोड इलाके में पानी के अंदर करंट प्रवाहित होने से एक युवक की मौत के बाद यह सवाल हवा में तैर रहा है। लोग कहने लगे हैं कि शहर की सड़कों पर किसी की भी जिंदगी की कोई गारंटी नहीं है। यह घटना साबित कर रही है कि बारिश में किसी के साथ भी ऐसी घटना हो सकती है। इस घटना को लेकर नगर निगम और बिजली कंपनी सीईएससी के बीच जिम्मेदारी तय होने को लेकर द्वंद्व शुरू हो गया।

कोलकाताOct 28, 2024 / 10:05 pm

Rabindra Rai

सावधान रहें वरना महानगर कोलकाता की सड़कों पर है जान जाने का खतरा

सावधान रहें वरना महानगर कोलकाता की सड़कों पर है जान जाने का खतरा

पानी के अंदर करंट प्रवाहित होने से एक युवक की मौत के बाद यह सवाल हवा में तैर रहा

सावधान रहें वरना महानगर कोलकाता की सड़कों पर जान जाने का खतरा है। हाल में महानगर के भवानीपुर के जस्टिस द्वारकानाथ रोड इलाके में पानी के अंदर करंट प्रवाहित होने से एक युवक की मौत के बाद यह सवाल हवा में तैर रहा है। लोग कहने लगे हैं कि शहर की सड़कों पर किसी की भी जिंदगी की कोई गारंटी नहीं है। यह घटना साबित कर रही है कि बारिश में किसी के साथ भी ऐसी घटना हो सकती है। इस घटना को लेकर नगर निगम और बिजली कंपनी सीईएससी के बीच जिम्मेदारी तय होने को लेकर द्वंद्व शुरू हो गया। निगम का कहना है कि उनके पास सडक़ पर कोई ट्रांसफार्मर या लाइटहाउस नहीं है। सीईएससी ने दावा किया कि उस क्षेत्र की सभी बिजली लाइनें सडक़ के नीचे से गुजरती हैं। मीटर से अवैध रूप से बिजली लेने और विज्ञापन बोर्ड जलाने के कारण ही यह घटना घटी।

सड़क पर कमर भर पानी से गुजरते वक्त लगा बिजली का झटका

चक्रवात दाना के दौरान बारिश में भवानीपुर इलाके में सड़क पर कमर भर पानी से गुजरते वक्त बिजली का झटका लगने से युवक सौरभ प्रसाद गुप्ता (22) की हुई मौत की जिम्मेवारी ना तो सीईएससी (कलकत्ता इलेक्ट्रिक सप्लाइ कारपोरेशन) ले रही है और ना ही नगर निगम। दोनों प्रतिष्ठान जिम्मेवारी से बचने का प्रयास कर रहे हैं। सीईएससी ने तो अपनी जिम्मेवारी से बचने के लिए थाने में लिखित शिकायत भी दर्ज कराई है। सीईएससी का कहना है कि यह हादसा अवैध तरीके से विज्ञापन के लिए एक इलेक्ट्रानिक बोर्ड में ली गई बिजली से हुआ है। यह विज्ञापन एक डॉक्टर का है। इस संबंध में डॉक्टर का कहना है कि उन्हें अपनी सफाई में जो कुछ कहना है वे पुलिस को बता चुके हैं। अब पुलिस ही तय करेगी की युवक की मौत के लिए जिम्मेवार कौन है। युवक सौरभ की जहां मौत हुई, वहां एक मीटर हाउस है। उस पंप हाउस के चारों तरफ तारों का जाल बिछा है। उन उलझे तारों के बीच से ही एक तार खींचकर एक डॉक्टर के कक्ष का विज्ञापन एक इलेक्ट्रानिक बोर्ड से लगाया गया है। सीईएससी का कहना है कि इस बोर्ड से बिजली प्रवाह हुआ जिससे युवक की मौत हुई है।

पुलिस कर रही मामले की जांच

भवानीपुर थाने की पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। अभी तक इस संबंध में किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस भी अभी तक यह तय नहीं कर पाई है कि इसके लिए जिम्मेवार कौन है। हालांकि पुलिस ने युवक की मौत का मामला जांच करते समय वहां आसपास के सीसीटीवी फुटेज को संग्रह किया है। एक सीसीटीवी फुटेज में यह देखा जा रहा है कि युवक कमर बारिश के पानी के बीच से जा रहा था। जस्टिस द्वारकानाथ रोड स्थित मकान नंबर 2/3 के पास पहुंचने पर सौरव ने पानी में खड़े ठेले को पकडक़र आगे जाने की कोशिश की। तभी वह पानी में गिर गया। कमर भर पानी होने के कारण उसका शरीर पानी में डूब गया। सौरभ के बिल्कुल शांत होने पर लोगों को संदेह हुआ। वे कुछ देर बाद बांस लेकर पानी के अंदर जाकर ढूंढने लगे। लोगों ने बांस के जरिए उसे कुछ दूर ले गए। इसके बाद उसे वहां से उठाकर शंभुनाथ पंडित अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्रत्यक्षदर्शी और शिकायतकर्ता राहुल का कहना है कि सौरभ बारिश में अपनी दुकान की ओर जा रहा था।

लापरवाही से मौत का मामला दर्ज

राहुल कुमार प्रसाद नाम के प्रत्यक्षदर्शी की शिकायत पर पुलिस ने लापरवाही से मौत का मामला दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक मृत युवक सौरभ प्रसाद गुप्ता का घर इलाहाबाद में है। उसके पिता की जस्टिस द्वारकानाथ रोड पर भुजिया की दुकान है। सौरभ गांव से यहां दुर्गा पूजा में आया था, हाल ही में उसके पिता की तबीयत खराब होने के कारण उसके पिता इलाहाबाद चले गए। दुकान संभालने के लिए सौरभ यहींं रह गया। वह अपनी दुकान में ही सोता था। जहां घटना घटी वहां एक बहुमंजिला इमारत है। इस इमारत के नीचे कार्यालय और ऊपर आवास हैं। वहाँ एक सरकारी बैंक की शाखा भी है। बहुमंजिला इमारत के सामने लोहे की ग्रिल के बगल में एक ग्लोसाइन बोर्ड लटका हुआ था। बोर्ड के लिए इमारत के अंदर से बिजली खींची गई थी। सीईएससी के एक अधिकारी ने कहा ग्लोसाइन बोर्ड के कारण ही करंट लगने से युवक की मौत हुई।

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