बाबरी मस्जिद पर लहराए थे भगवा झंडा कोठारी भाइयों के दोस्त राजेश अग्रवाल के अनुसार 30 अक्टूबर 1990 को बाबरी मस्जिद के गुंबद पर सबसे पहले शरद कोठारी चढ़ा था। उसके बाद रामकुमार कोठारी चढ़ा। दोनों भाइयों ने बाबरी मस्जिद के गुंबद पर भगवा झंडा लहरा दिया था। बाबरी मस्जिद के गुंबद पर भगवा झंडा लहराने के बाद रामकुमार और शरद कोठारी दोनों भाई विनय कटियार के नेतृत्व में दिगंबर अखाड़े की तरफ से हनुमानगढ़ी की ओर जा रहे थे, तभी पुलिस की गोली के शिकार हो गए थे।
—–
कारसेवक रामकुमार और शरद कोठारी का अंतिम संस्कार 4 नवंबर 1990 को अयोध्या सरयू के घाट पर किया गया था। उनके अंतिम संस्कार में हजारों लोग उमड़े पड़े थे।
बीकानेर के मूल निवासी थे रामकुमार एवं शरद कोठारी मूलत: राजस्थान के बीकानेर जिले के रहने वाले थे। हालांकि उनका परिवार लंबे समय से कोलकाता के बड़ाबाजार इलाके में रहता है। परिवार में अब केवल बहन पूर्णिमा कोठारी ही बची हैं। माता-पिता का भी देहांत हो चुका है।