बेहतर प्रदर्शन करने वाले विश्वविद्यालयों को स्वायत्तता प्रदान करने के लिए यूजीसी ने (ग्रेडेड स्वायत्तता प्रदान करने के लिए विश्वविद्यालयों का श्रेणीकरण) विनियम- 2018 को अधिसूचित किया है। इसके अन्तर्गत राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रस्ताव पर विचार-विमर्श के बाद श्रेणी- प्रथम दर्जा प्रदान किया गया। मालूम हो कि विश्वविद्यालय को नैक ने ए डबल प्लस ग्रेड प्रदान की है।
खुल सकेंगे नए कोर्स-विभागकुलपति प्रो. आनंद भालेराव ने बताया कि केटेगेरी प्रथम स्वायत्तता से विश्वविद्यालय यूजीसी की मंजूरी के बिना नए पाठ्यक्रम, कार्यक्रम, विभाग सहित विभिन्न शैक्षिक केंद्र शुरू कर सकेगा। साथ ही ऑफ-कैंपस केंद्र खोल सकेगा। कौशल पाठ्यक्रम, रिसर्च पार्क, सेल्फ फाइनेंसिंग स्कीम में समाजोपयोगी केंद्रों की स्थापना, अनुबंध के आधार पर विदेशी संकाय की नियुक्ति, योग्यता के आधार पर विदेशी विद्यार्थियों को दाखिले, ओपन और डिस्टेंस लर्निंग मोड में पाठ्यक्रम प्रारंभ हो सकेंगे।
यूं मिलती है श्रेणी प्रथम – शिक्षा, अनुसंधान, बुनियादी ढांचे का विकास – विभागों में शैक्षिक विशेषज्ञता और विद्यार्थियों की रुचि- नवाचार और शोध को बढ़ावा – संसाधनों का अधिकतम उपयोग- कौशल आधारित समाजोपयोगी कार्य
– समग्र शैक्षिक वातावरण को बढ़ावा – कैंपस प्लेसमेंट और सह शैक्षिक गतिविधियां