जानकारी के अनुसार समीपस्थ ग्राम बडग़ांव में हारे के सहारे, शीश के दानी श्रीखाटू श्यामजी की तीन दिवसीय संगीतमय कथा शुरू हुई है। यहां शाम 7.30 से रात 10.30 बजे तक श्रोताओं के बीच श्रीखाटूश्याम की महिमा का बखान कथा के माध्यम से किया जा रहा है। निमाड़ क्षेत्र में संभवत: पहली बार हो रही इस कथा को लेकर ग्रामीणों में उत्साह है। बड़ी संख्या में श्रोता कथा स्थल पहुंच रहे है।
कथा के पहले दिन दिन कथावाचक संत श्यामदास महाराज धामनोद ने बाबा श्री श्याम के चरित्र का मनोहारी वर्णन किया। उन्होंने कहा हारे के सहारे बाबा श्याम जी कलयुग के देवता हैं, जो हार के इनके दरबार में शरण में पहुंच जाता है उसकी कभी हार नहीं होती। इनके मंदिर के आगे हारे का सहारा लिखा होता है। माता के वचन अनुसार आज भी ये हारे का साथ देते हैं।
25 को होगी भजन संध्या
ग्रामीणों ने बताया 25 फरवरी को रात 8 बजे से प्रभु इच्छा तक भजन संध्या होगी। गायक पीयूष कुशवाह बडग़ांव व धामनोद काली बावड़ी से कृतिका राठौर भजनों की प्रस्तुति देंगे। इस दौरान बाबा का भव्य दरबार सजेगा। उनका आलौकिक श्रृंगार कर छप्पन भोग लगाएंगे।