ऐसे बढ़े दाम
मटेरियल अभी पहले
गिट्टी 1500 रुपए ट्रॉली 2200 रुपए ट्राली
रेत 3200 रुपए ट्रॉली 5000 रुपए ट्रॉली
सरिया 40 से 45 रुपए अभी 62 से 65 रुपए
सीमेंट 250 रुपए बोरी अभी 350 रुपए
बिल्डर रेट 1000 स्क्वे. फीट 1400 रुपए स्क्वेयर फीट
(जानकारी बिल्डर्स के अनुसार)
मटेरियल अभी पहले
गिट्टी 1500 रुपए ट्रॉली 2200 रुपए ट्राली
रेत 3200 रुपए ट्रॉली 5000 रुपए ट्रॉली
सरिया 40 से 45 रुपए अभी 62 से 65 रुपए
सीमेंट 250 रुपए बोरी अभी 350 रुपए
बिल्डर रेट 1000 स्क्वे. फीट 1400 रुपए स्क्वेयर फीट
(जानकारी बिल्डर्स के अनुसार)
काली रेत की जगह एमसेंड का विकल्प
बिल्डर्स के मुताबिक अधिकांश निर्माण में काली रेत की जगह अभी एमसेंड (पत्थर से बनी रेत) का उपयोग हो रहा है। इसका उपयोग प्लींथ व जुड़ाई में हो रहा है। छत डालने में इसके साथ रेत ही मिलानी पड़ रही है। इसके रेट भी 3200 से ३५०० रुपए ट्रॉली है। 10 से 15 किमी दूरी तक ले जाने में यह रेट बढ़कर 5000 रुपए हो रहे हैं।
बिल्डर्स के मुताबिक अधिकांश निर्माण में काली रेत की जगह अभी एमसेंड (पत्थर से बनी रेत) का उपयोग हो रहा है। इसका उपयोग प्लींथ व जुड़ाई में हो रहा है। छत डालने में इसके साथ रेत ही मिलानी पड़ रही है। इसके रेट भी 3200 से ३५०० रुपए ट्रॉली है। 10 से 15 किमी दूरी तक ले जाने में यह रेट बढ़कर 5000 रुपए हो रहे हैं।
असर : पीएम आवास में बनने वाले मकान लंबित
जानकारी के अनुसार जिले में पीएम आवास के मकान भी बन रहे हैं, लेकिन बिल्डिंग मटेरियल के रेट बढऩे से कई जगह काम आधूरे हैं। हितग्राही मुकेश यादव,दिनेश बिर्ला, मोहन धनगर आदि ने बताया कि सरकारी मदद डेढ़ लाख रुपए की मिल रही है। ऐसे में जो रेट अभी सामग्री के हैं इसमें दो कमरे बनाना भी मुश्किल हो रहा है।
जानकारी के अनुसार जिले में पीएम आवास के मकान भी बन रहे हैं, लेकिन बिल्डिंग मटेरियल के रेट बढऩे से कई जगह काम आधूरे हैं। हितग्राही मुकेश यादव,दिनेश बिर्ला, मोहन धनगर आदि ने बताया कि सरकारी मदद डेढ़ लाख रुपए की मिल रही है। ऐसे में जो रेट अभी सामग्री के हैं इसमें दो कमरे बनाना भी मुश्किल हो रहा है।