खरगोन/धार। कृषि कानून को लेकर जारी आंदोलन के बीच तहसील के ग्रामीण अंचल से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। कसरावद तहसील के पागाखेड़ी और उसके आसपास गांवों से धार जिले के धामनोद एकलव्य फर्म के लाइसेंस पर किसानों से फसल खरीदने वाले एक व्यापारी ओर उसके दो बेटों ने करीब दो दर्जन किसानों से मक्का फसल खरीदी और कच्चे कागज की रसीद दी। लेकिन बाद में बिना भुगतान किए हुए तीनों बाप व बेटे फरार हो गए।
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अप्रैल में अहीर धामनोद, रेगवां, बामंदी, सोनखेड़ी सहित आधा दर्जन गांवों के दो दर्जन किसानों से गेहूं-चना के अलावा मक्का की करीब एक करोड़ रुपए की फसल कच्चे बिल पर खरीदने के बाद जब किसानों को रकम देने की बोली आई उससे पहले व्यापारी लापता हो गए है। 22 किसान सोमवार धामनोद पहुंचे और मंडी सचिव तथा थाना प्रभारी को शिकायत की गई। उधर पुलिस ने शिकायत के बाद जांच शुरू कर दी है।
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25 किसानों के साथ हुई धोखाधड़ी
पागाखेड़ी के किसान संतोष यादव, विनोद यादव व अन्य ने कहा कि धार जिले के गुजरी निवासी सतीश पिता मुरारी और उसके दो बेटे गोविंद, गोपाल नाम के व्यापारी ने हमारे गांव और आस-पास के गांवों में कम से कम 25 किसानों से बड़े पैमाने पर मक्का, गेहूं और चना धामनोद मंडी में एकलव्य फर्म के नाम से खरीदा। ओर व्यापारी ने किसानों से कीमत कुछ दिन बाद चुकाने का वादा किया और फिर जब पैसे देने की बारी आई तो अचानक लापता हो गया। किसानों के अनुसार कुछ दिन इंतजार करने के बाद किसानों ने जब अपनी उपज की कीमत के लिए सतीश कांसल को फोन कियाए तो उसका मोबाइल बंद मिला। किसान तलाश करते हुए जब व्यापारी के घर पहुंचे, तो उन्हें वहां ताला लटकता मिला।
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मामला जांच में लिया है
फर्म एकलव्य ट्रेडिंग कंपनी खरीदी बिक्री के लिए अधिकृत है । परिसर में खरीदी बिक्री का लेनदेन हो चुका है। हालांकि अधिकारिक स्तर पर मामले की जांच कराकर किसानों हित में हर संभव प्रयास करेंगे। कर्मचारियों पर अनदेखी का आरोप निराधार है।
गौरीशंकर गाडगे, प्रभारी मंडी सचिव धामनोद